असम के दीमा हसाओ जिले में बसा असम का एकमात्र हिल स्टेशन हाफलोंग अपनी आकर्षक वादियों से दुनिया भर से पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है, जहां का शांत वातावरण ही हमें हाफलोंग में घूमने की जगह के बारे में सोचने को मजबूर करता है| गर्मियों में 20-30 डिग्री सेल्सियस के बीच के तापमान के साथ मौसम को सुखद रखने वाला हाफलोंग, सर्दियों में भी 8-25 डिग्री सेल्सियस तापमान से सुहाने मौसम को बरकरार रखता है| ये तापमान और समुद्र तल से इसकी ऊंचाई ही इसे असम के अन्य स्थानों से अलग बनाती है| प्रकृति की गोद में बसने वाला हाफलोंग, अपने अंदर हरे-भरे पहाड़, नदियां तथा आँखों को सुकून देने वाली झीलों का अनोखा संयोजन रखे हुए है|
शांत वातावरण से सजा हुआ हाफलोंग, जहां पर ऊंचाई से देखने पर हमसे नीचे दिखने वाला बादलों का शानदार नजारा एक बार उस गाने को गुनगुनाने को अवश्य ही विवश करते हैं कि ‘आज मैं ऊपर आसमां नीचे, आज मैं आगे जमाना है पीछे’|
असम के दीमा हसाओ जिले का मुख्यालय बना हाफलोंग, भीड़भाड़ से दूर होने के कारण पर्यटकों के लिए स्वर्ग है और इसे उत्तर-पूर्व का स्विट्ज़रलैंड की संज्ञा से भी नवाजा जाता है| प्रकृति की असली खूबसूरती को निहारना हो तो असम का एकमात्र हिल स्टेशन हाफलोंग को अपनी ट्रिप में जरूर शामिल करें|
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‘व्हाइट एन्ट हिलॉक’ के नाम से मशहूर हाफलोंग, भीड़भाड़ से दूर सुकून का एहसास देने वाला स्थान है जहां पर स्थानीय लोगों से बातचीत करना, उनकी सभ्यता को जानना भी घुमक्कड़ के मन को नई जानकारियों से रूबरू कराता है|
हाफलोंग की भौगोलिक स्थिति-
असम की राजधानी गुवाहाटी से लगभग 325 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हाफलोंग, समुद्र तल से 966 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है| हाफलोंग को खुद में समेटने वाला जिला दीमा हसाओ, पश्चिम में मेघालय, पूर्व में मणिपुर और नागालैंड, उत्तर में होजई तथा पूर्व और पश्चिम कार्बी आंगलोंग जिलों तथा दक्षिण में बराक घाटी जिलों से घिरा हुआ है|
हाफलोंग में घूमने की जगह-
हाफलोंग लेक

दूर-दूर तक पानी की खूबसूरती को बिखेरे हुए यह झील एक मनोरम दृश्य प्रदान करती है जिसको देखते ही कोई भी इसी का होकर रह जाता है| झील के एक तरफ से दूसरे तरफ जाने के लिए बना हुआ हैंगिंग ब्रिज, पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बना रहता है जहां पर फोटोग्राफी प्रेमियों के लिए कई सुंदर दृश्यों के बीच फ़ोटोज़ का शौक पूरा किया जा सकता है| इस झील की सुंदरता को करीब से अनुभव करने के लिए यहाँ पर बोटिंग करना भी एक बेहतरीन विकल्प है जिसे देखने के लिए इसे हाफलोंग में घूमने की जगह में अवश्य शामिल करें| सर्किट हाउस से हाफलोंग लेक की दूरी लगभग 1 किलोमीटर है|
सर्किट हाउस

सेल्फ़ी लवर्स के लिए प्रसिद्ध यह स्थान अपने मनमोहक दृश्यों के कारण दूर-दूर से आने वाले सभी पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है|
मॉलपोंग व्यू पॉइंट
प्रकृति के सौन्दर्य से भरपूर हाफलोंग के शानदार नजारे प्रस्तुत करने वाला यह स्थान उगते हुए सूरज और मद्धम-मद्धम ढलते हुए सूरज का नजारा देखने के लिए पर्यटकों के बीच काफी मशहूर है| प्रकृति की कारीगरी को बारीकी से तराशना हो तो इस स्थान को हाफलोंग में घूमने की जगह में जरूर शामिल करें|
कुकी ट्राइब विलेज
रोमांच पसंद लोगों के लिए बेहतरीन विकल्प बना यह विलेज जहां पर जंगल भरे रास्ते से अंदर जाने पर मिलने वाला वॉटरफाल आपके इस ट्रिप की खूबसूरती में चार चाँद लगाने का काम करता है| इस शांत वातावरण के बीच कल-कल करते झरने की आवाजें आपको एक अलग ही दुनिया का सुखद अनुभव कराती हैं| यहाँ आकर आप यहाँ के लोगों से मिलकर इनके ट्रेडिशन की भी झलक का अनुभव कर सकते हैं|
जटिंगा

पक्षियों के आत्महत्या की रहस्यमयी घटनाओं के लिए जाना जाने वाला जटिंगा जहां पर आपको आज भी कई पक्षी देखने को मिलेंगे बशर्ते आपको इन पक्षियों को देखने के लिए एक निर्धारित अवधि में ही हाफलोंग को अपनी ट्रिप में शामिल करना होगा|
अब यहाँ के प्रवासी पक्षियों की आत्महत्या के रहस्य का पता लग चुका है कि यह पक्षी मौसम की प्रतिकूलता के कारण लाइट के संपर्क में आने के कारण टकराकर नीचे गिरकर मर जाते थे और इस जागरूकता के बाद यहाँ के लोगों से अनुरोध भी किया गया है कि इन पक्षियों की सुरक्षा हेतु शाम के समय अपने घर के बाहर किसी प्रकार की लाइट न जलाएं| यहाँ आने के लिए सबसे उपयुक्त समय अगस्त से अक्टूबर का है जिस समय यहाँ आपको कई प्रवासी पक्षी देखने को मिलेंगे|
एथनिक विलेज
जंगल के दृश्यों का अनुभव कराने वाला एथनिक विलेज जिसको हाफलोंग में घूमने की जगह में शामिल किये बिना आपकी यात्रा अधूरी रह सकती है| यहाँ पर आपको विभिन्न ट्राइब की संस्कृति, उनके पहनावे की छवि देखने को मिलेगी| शांतिपूर्ण माहौल के बीच एथनिक विलेज प्रकृति प्रेमियों का पसंदीदा स्थान होने के साथ ही साथ अलग-अलग संस्कृति के प्रति रुझान रखने वालों के लिए महत्वपूर्ण स्थान है|
हाफलोंग हिल

हाफलोंग के मुख्य आकर्षण में से एक हाफलोंग हिल, जो स्थानीय लोगों का भी पसंदीदा स्थान है जहां पर लोग प्रकृति के करीब अपने परिवार और मित्रजनों के साथ बैठकर पिकनिक का भी आनंद ले सकते हैं| हरी-भरी घाटियों, सुरम्य नजारों तथा दूर-दूर तक फैली हुई पहाड़ियों के अद्भुत नजारे पेश करने वाली हाफलोंग हिल, फोटोग्राफी के लिए कई अनोखे दृश्यों का दीदार कराती है और ऐसे सुकून भरे माहौल में इन शानदार नजारों के अलावा इस बावले मन को और चाहिए भी क्या? तो फटाफट आप भी अपनी ट्रिप में हाफलोंग में घूमने की जगह शामिल करिए और निकल चलिए हमारे साथ हमारी इस सैर पर|
माइबोंग

असम का एक छोटा सा शहर माइबोंग, जिसकी हाफलोंग से दूरी लगभग 40 किलोमीटर है अपने आप में पहाड़ों, झरनों तथा ऐतिहासिक स्थानों की खूबसूरती को समेटे हुए है| असम की कला और संस्कृति का प्राचीन केंद्र बना माइबोंग, प्राचीन समय में कचारी राज्य की राजधानी रहा करता था| असम की खूबसूरती और संस्कृति की झलक को करीब से जानने के लिए माइबोंग को हाफलोंग में घूमने की जगह में अवश्य शामिल करें| माइबोंग जाकर यहाँ के रामचंडी मंदिर में भी दर्शन करें, यह माइबोंग के प्रसिद्ध स्थानों में से एक है|
स्थानीय बाजार
हाफलोंग आने वाले पर्यटकों के लिए यहाँ के स्थानीय बाजारों में घूमना और खरीदारी करना एक अलग तरह का अनुभव साबित होगा जहां पर आप असमिया हस्तशिल्प की कारीगरी देखने के साथ ही साथ स्थानीय लोगों से बात करके उनकी संस्कृति को भी जान सकते है और मांसाहारी लोग यहाँ के स्थानीय व्यंजनों का भी लुत्फ उठा सकते हैं| किसी नई संस्कृति और सभ्यता से रूबरू होने का मन करे तो यहाँ के स्थानीय बाजारों को हाफलोंग में घूमने की जगह में जरूर शामिल करें|
बोटैनिकल गार्डन
प्रकृति की रचनाओं को संजोये हुए यह गार्डन छोटा जरूर है लेकिन बच्चों के मनोरंजन हेतु हाफलोंग में घूमने की जगह में शामिल किया जा सकता है| गार्डन का शांत वातावरण, अपने सुरम्य परिदृश्यों से कई पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है| प्रकृति प्रेमियों का पसंदीदा स्थान बना यह बोटैनिकल गार्डन, सेल्फ़ी लवर्स के लिए भी आकर्षण का केंद्र है|
सिलचर
बराक नदी के तट पर स्थित, ’शांति का द्वीप’ की संज्ञा से नवाजा गया सिलचर, असम के कछार जिले का मुख्यालय है जिसकी दूरी हाफलोंग से लगभग 96 किलोमीटर है| समृद्ध इतिहास से जुड़े ऐतिहासिक स्थान, आध्यात्म की ओर प्रेरित करने वाले मंदिरों से लेकर प्राकृतिक सुंदरता का अनोखा मिश्रण बना सिलचर हमेशा ही पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बना रहता है| मनोरंजन के लिए उद्यानों से लेकर नदियों तथा झील के किनारों तक सिलचर प्रकृति की एक अद्भुत रचना है जिसे आप हाफलोंग में घूमने की जगह के साथ यात्रा को और आनंदमय बनाने के लिए घूम सकते हैं|
पनीमूर वॉटरफाल
प्रकृति की सुंदर रचनाओं को करीब से निहारना हो तो पनीमूर वॉटरफाल आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प है जहां पर जब ऊंची चट्टानों से पानी नीचे गिरता है तो यह दृश्य आपकी आँखों में हमेशा के लिए एक छवि बना लेता है| शांतिपूर्ण वातावरण हो और साथ ही साथ ऐसे वॉटरफाल के किनारे बैठकर इस सुंदर नजारे को देखने को मिल जाए तो एक घुमक्कड़ मन को और क्या ही चाहिए?
हालांकि इस वॉटरफाल की दूरी हाफलोंग से लगभग 120 किलोमीटर है लेकिन इतनी दूरी तय करने के बाद इस वॉटरफाल की खूबसूरती भरा नजारा आपकी सफर की सारी थकान को पल में छूमंतर कर देगा| ऐसे पल इन्जॉय करने को बहुत कम मिलते हैं अगर आपको यह मौका मिला है तो इस पल में रम जाने के लिए पनीमूर वॉटरफाल को अपने हाफलोंग में घूमने की जगह के साथ अवश्य शामिल करें जहां जाकर आपके मन में एक बार यह ख्याल जरूर आएगा कि इन अनजान रास्तों ने हमें हमारी मंजिल तक पहुंचा दिया|
बेंदाओ बगलाई वॉटरफाल
जंगल के रास्तों से भरे ट्रैक को पार करते हुए जब हम हमारी मंजिल तक पहुंचते है तो ये नजारा आँखों में सुकून की साफ झलक दिखाता है जहां पर दिखने वाला वॉटरफाल जब चट्टानों से टकराते हुए नीचे गिरता है मानो अपनी सारी खूबसूरती इस पानी में बहा रहा हो|
सियालकल पीक (तुमजांग)
प्रकृति के अद्भुत नजारों को दर्शाते हुए इस ट्रैक का सफर भले ही थोड़ा थकान भरा रहता है लेकिन जब इस थकान भरे रास्ते के बाद हमें हमारी मंजिल मिलती है न तो वो किसी जन्नत से कम नहीं लगती है जहां से दूर-दूर के पहाड़ों के दृश्य और हरी-भरी वादियाँ कभी न भूलने वाली यादें और कुछ तस्वीरें हमारे साथ हमारे सफर का हिस्सा बन जाती हैं|
सियालकाल पीक को हाफलोंग में घूमने की जगह में शामिल करना हरगिज न भूलें, इसकी दूरी हाफलोंग से मात्र 37 किलोमीटर है लेकिन यहाँ जाने का रास्ता थोड़ा कम ठीक है| अगर किसी को चलने में किसी प्रकार की तकलीफ है तो इस गंतव्य को अपनी लिस्ट में शामिल न करें क्योंकि यहाँ पर आपको काफी ट्रैकिंग करनी पड़ती है|
हाफलोंग के बारे में रोचक तथ्य-

- यहाँ के लोग दिन की शुरुआत लाल चाय से करते हैं जो बिना शक्कर के बनाई जाती है|
- यहाँ की राइस वाइन भी हाफलोंग के लोगों के बीच बहुत खास है, किसी खास अतिथि का स्वागत इस वाइन के माध्यम से किया जाता है और इसे जुडीमा भी कहा जाता है और इसे sticky rice की मदद से बनाया जाता है|
हाफलोंग कैसे पहुँचें?

हवाई मार्ग द्वारा- हाफलोंग में कोई एयरपोर्ट नहीं है लेकिन आप अपने शहर से हाफलोंग के निकटतम एयरपोर्ट सिलचर तक आ सकते हैं| सिलचर एयरपोर्ट से हाफलोंग की दूरी लगभग 99 किलोमीटर है, जिसके बाद आप टैक्सी के माध्यम से आसानी से हाफलोंग तक आ सकते हैं| अगर आपके शहर से सिलचर के लिए फ्लाइट उपलब्ध नहीं है तो आप गुवाहाटी एयरपोर्ट भी आ सकते हैं लेकिन यह आपको सिलचर की तुलना में थोड़ा दूर पड़ेगा| सभी मुख्य शहरों से आपको गुवाहाटी के लिए फ्लाइट दैनिक स्तर पर मिल जाएंगी| गुवाहाटी एयरपोर्ट से हाफलोंग की दूरी 346 किलोमीटर है|
रेल मार्ग द्वारा- हाफलोंग में रेलवे स्टेशन तो उपलब्ध है लेकिन यहाँ अभी कनेक्टिविटी बाकी स्टेशन की तुलना में उतनी अच्छी नहीं है जिसकी वजह से रेल मार्ग द्वारा हाफलोंग आने के लिए गुवाहाटी रेलवे स्टेशन आना एक बेहतरीन विकल्प है| गुवाहाटी से आपको हाफलोंग के लिए आसानी से ट्रेन, बस और टैक्सी मिल जाएंगी|
सड़क मार्ग द्वारा- आप सड़क मार्ग द्वारा निजी साधन से भी हाफलोंग आ सकते हैं लेकिन अगर आपके शहर से हाफलोंग की दूरी ज्यादा है तो आप गुवाहाटी तक ट्रेन या फ्लाइट के माध्यम से आ सकते हैं जिसके बाद आप बस या टैक्सी द्वारा हाफलोंग पहुँच सकते हैं| गुवाहाटी से जुड़ी किसी प्रकार की जानकारी के लिए हमारा लेख ‘गुवाहाटी में घूमने की जगह’ भी देखें|
हाफलोंग जाने से पहले जानने योग्य बातें-

- पूर्ण रूप से शाकाहारी लोगों को भोजन के लिए थोड़ी परेशानी हो सकती है| यहाँ शाकाहारी लोगों के लिए सीमित विकल्प हैं जबकि मांसाहारी लोगों को यहाँ पर भोजन के लिए कोई परेशानी नहीं होगी|
- हाफलोंग के साथ आप सिलचर, माइबोंग जैसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थल को भी अपनी लिस्ट में शामिल करके अपनी ट्रिप को और भी रोमांचक बना सकते हैं और साथ ही साथ आप कम बजट में ज्यादा स्थानों का आनंद ले पाएंगे|
- यहाँ आने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च तक का है क्योंकि इस समय यहाँ के सुहाने मौसम के बीच मानसून से जुड़ी हुई किसी तरह की परेशानी नहीं होगी| इसके साथ ही अक्टूबर में जटिंगा में आपको यहाँ आने वाले प्रवासी पक्षी भी देखने को मिलेंगे|
FAQ-
प्रश्न- सिलचर से हाफलोंग कितनी दूर है?
उत्तर- सिलचर से हाफलोंग की दूरी 97 किलोमीटर है|
प्रश्न- हाफलोंग में घूमने की जगह कौन-कौन सी हैं?
उत्तर- हाफलोंग लेक, हाफलोंग हिल, माइबोंग, सिलचर, सियालकल पीक (तुमजांग), बेंदाओ बगलाई वॉटरफाल, पनीमूर वॉटरफाल, बोटैनिकल गार्डन, स्थानीय बाजार, कुकी ट्राइब विलेज, मॉलपोंग व्यू पॉइंट, सर्किट हाउस, एथनिक विलेज तथा जटिंगा आदि हाफलोंग में घूमने की जगह हैं लेकिन इनमें से कुछ स्थान हाफलोंग से थोड़ी ज्यादा दूरी पर स्थित हैं|
प्रश्न- गुवाहाटी से हाफलोंग की दूरी कितनी है?
उत्तर- गुवाहाटी से हाफलोंग की दूरी लगभग 326 किलोमीटर है|
प्रश्न- हाफलोंग में घूमने की जगह के लिए सबसे उपयुक्त समय कब होता है?
उत्तर- हाफलोंग में घूमने की जगह के लिए सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च तक का है क्योंकि इस समय यहाँ के सुहाने मौसम के बीच आपको मानसून से जुड़ी हुई किसी तरह की परेशानी नहीं होगी|
और यहीं पर हमारा लेख ‘हाफलोंग में घूमने की जगह’ समाप्त होता है जिसमें हमने हमारे अनुसार आपको हाफलोंग में घूमने की जगह के बारे में सभी जानकारी विस्तृत रूप से देने की कोशिश की है| अगर आपको हमारा लेख पसंद आया हो तो हमें कमेन्ट के माध्यम से अवश्य बताएं साथ ही साथ अपने प्रियजनों के साथ भी साझा करें| धन्यवाद|