अप्रैल जब मौसम अपना रुख गर्मियों की ओर कर चुका है, बच्चों के एग्जाम भी खत्म हो चुके हैं लेकिन नए सत्र की शुरुआत भी है तो ऐसे में अगर अप्रैल में घूमने की 10 बेस्ट जगह का ख्याल मन में आ रहा है तो क्यों न कोई ऐसी जगह का प्लान किया जाए जहां इस भागती-दौड़ती दुनिया से बचने के लिए परिवार के साथ सारी चिंताएं छोड़ कर सिर्फ इन्जॉय कर सकें| ऐसी जगह जहां सिर्फ हम हों और यह प्रकृति का अद्भुत नजारा हो या फिर ऐसी जगह जो हमें गर्मी की शुरुआत वाले इन दिनों में ठंडक का एहसास दे|
अप्रैल में जब माता रानी के आगमन पर नवरात्रि के दिनों में भक्ति से ओत-प्रोत होना है और साथ ही साथ इन दिनों में पड़ने वाली छुट्टियों को परिवार के साथ यादगार भी बनाना है, तो क्यों न ऐसी जगह के बारे में विचार किया जाए जहां पर अपने प्रियजनों के साथ कुछ बेहद खास पलों को बिताने के लिए आध्यात्मिकता के साथ-साथ प्रकृति की खूबसूरती को भी निहार सकें|
जब चमकते सूरज के बीच पेड़ और जीव-जंतुओं को ठंड से राहत का एहसास हुआ है जिससे पेड़ों की हरियाली भी अपने चरम पर है और इस महीने की खूबसूरती में चार चाँद लगा रही है, तो ऐसी खूबसूरती को खुली आँखों से देखने के लिए अप्रैल में घूमने की 10 बेस्ट जगह के बारे में सोचना तो लाजमी है जहां हम सुकून के यादगार पल बिताने के साथ-साथ, रोमांचक ज़िंदगी का अनुभव भी कर सकें|
जहां हम परिवार के साथ हसीन पलों के बीच हमसफर का हाथ थाम कर इन चंद पलों को अपनी खुली आँखों में समेट लें जिससे जब भी हमें इन पलों को महसूस करना हो बस हम इन पलों की खूबसूरती में कैद हो जाएं|
तो आगे बढ़ते हैं और बात करते हैं इन हसीन लम्हों को कैद करने वाली अप्रैल में घूमने की 10 बेस्ट जगह के बारे में जहां जाकर हम इस तरह की ट्रिप बनाने का ख्याल मन में दोबारा जरूर लाएंगे|
Table of Contents
अप्रैल में घूमने की 10 बेस्ट जगह-
1. वैष्णो देवी यात्रा

नवरात्रि का समय हो और माता के भवन जाने की बात न हो यह तो असंभव है| त्रिकूट पर्वत पर विराजमान माता वैष्णो देवी का दरबार जहां पर माँ के महाकाली, महासरस्वती तथा महालक्ष्मी स्वरूप के दर्शन होते हैं जहां पर माँ के भवन में दर्शन के उपरांत भैरव बाबा के दर्शन भी करने चाहिए वरना आपके दर्शन पूरे नहीं माने जाते हैं| भवन से भैरव जी के दर्शन के लिए आप रोप वे की सुविधा द्वारा भी जा सकते हैं| माँ के भवन से भैरव घाटी की दूरी लगभग 3.5 किलोमीटर है
नवरात्रि में जब माँ के 9 दिनों में आगमन पर माता के नौ रूपों की पूजा होती है ऐसे में लाखों की तादाद में भक्त वैष्णो माँ के दर्शन हेतु माता के भवन जाने का मन बनाते हैं जहां पर हर तरफ ‘जय माता दी’ की गूंज इस यात्रा को और मंगलमय बनाती है लेकिन ध्यान रहे अब आपको वैष्णो देवी यात्रा को पहले से रजिस्टर्ड करना होगा जिसके बाद आपको माँ के भवन में दर्शन हेतु RFID एक्सेस कार्ड मिलता है| बिना इस कार्ड के आप माँ के भवन में प्रवेश नहीं कर सकते हैं|
नवरात्रि के दिनों में माँ के साक्षात् दर्शन करने के लिए इस यात्रा को अप्रैल में घूमने की 10 बेस्ट जगह में शामिल न किया जाए यह तो असंभव है|
जम्मू में घूमने की जगह-
वैष्णो देवी मंदिर, रघुनाथ मंदिर, श्री रणवीरेश्वर मंदिर, मुबारक मंडी हेरिटेज कॉम्प्लेक्स, बाग-ए-बहु, डोगरा आर्ट म्यूजियम आदि वैष्णो मंदिर के पास के प्रमुख स्थान हैं|
लोकेशन- जम्मू और कश्मीर
2. गंगटोक

सिक्किम राज्य की राजधानी गंगटोक, अपने सुहावने मौसम और मैत्रीपूर्ण हिल स्टेशन की विशेषता को अपनाए हुए सिक्किम के दक्षिण-पूर्व में स्थित है जहां के लोग बहु-संस्कृति और रीति-रिवाजों का एक मिश्रण हैं| मुख्यता गंगटोक में तीन जातीय समूह भूटिया, नेपाली और लेप्चा के लोग रहते हैं जिन्होंने यहाँ की सांस्कृतिक पहचान में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है| सिक्किम राज्य के पूर्वी जिले का मुख्यालय होने की अद्भुत विशेषता के कारण ही गंगटोक में राज्य सचिवालय, राजभवन तथा सिक्किम उच्च न्यायालय भी हैं|
पूर्वी जिले का मुख्यालय बना गंगटोक अपनी प्राकृतिक सुंदरता की खूबसूरती चारों ओर बिखेरे हुए है जहां के शानदार स्मारक तथा रंग-बिरंगे ओर्किड इसे पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनाते हैं| ट्रैकिंग पसंद लोगों की सूची में अपना स्थान बनाने वाला गंगटोक वास्तुशिल्प के खजानों से भी भरा पड़ा है जहां के खूबसूरत मठ आध्यात्मिकता के साथ-साथ दिलचस्प कहानियों और अनूठी कलात्मकता का मिश्रण हैं| ऐसे अनूठे मिश्रण का स्वाद चखने के लिए गंगटोक को अप्रैल में घूमने की जगह में शामिल करना एक बेहतरीन विकल्प है|
गंगटोक में घूमने की जगह-
चांगु झील, रमटेक मठ, रेशी हॉट स्प्रिंग्स, बाबा हरभजन सिंह मंदिर, कंचनजंगा, गणेश टोक, सेवन सिस्टर्स वॉटरफाल, पुष्प प्रदर्शनी केंद्र, दो द्रुल चोटेर्न, भंजकरी वॉटरफाल, कबी लोंग स्टॉक, त्सुक ल खंग मोनेस्टरी, त्सोमो झील, गंगटोक रोपवे, नामग्याल तिब्बती विज्ञान संस्थान, बान झाकरी, फोडोंग मठ, नाथुला पास, एम जी रोड, हनुमान टोक ,हिमालयन जूलाजिकल पार्क, तथा ताशी व्यू पॉइंट, गंगटोक के प्रमुख पर्यटन स्थल हैं|
लोकेशन- सिक्किम
3. वायनाड
वायनाड एक सुरम्य पठार है जो समुद्र के तल से 700 मीटर और 2100 मीटर की ऊंचाई पर होने के साथ ही साथ केरल के उत्तर दिशा में स्थित है जो कि अपने में हरे-भरे पहाड़, कल-कल करते झरने, गुफाओं जैसी प्राकृतिक खूबसूरती के साथ-साथ मसाले के बागानों की खुशबू को समेटे हुए है जहां का शांतिपूर्ण तथा प्रदूषण रहित माहौल इसकी खूबसूरती में चार चाँद लगाते हैं और इसे अप्रैल में घूमने की 10 बेस्ट जगह में शामिल करने के लिए विवश करते हैं|
किसी सुकून भरे स्थान में सुहावने मौसम के बीच घंटों बैठकर प्रकृति की सुंदरता को पास से निहारने का मन हो तो वायानाड को अप्रैल में घूमने की जगह में जरूर शामिल करें, वायानाड आपको बिना पलके झपकाए इसकी अद्भुत सुंदरता को महसूस करने के अनगिनत मौके अवश्य देगा| पहाड़ियों और घाटियों की हरियाली से भरपूर वायनाड, इलायची, कॉफी, चाय, काली मिर्च तथा अन्य नकदी फसलों का भी उत्पादन करता है जिसके कारण वायनाड केरल के सबसे बड़े विदेशी मुद्रा अर्जक में से एक की गिनती में अपना स्थान बनाए हुए है|
वायनाड में घूमने की जगह-
सूचिपारा वॉटरफाल, अत्तापाला, चेंब्रा पीक, कुरुवाद्वीप, लक्कीडी व्यू पॉइंट, टी स्टेट, बानासुरा सागर डैम, एडक्कल केव, कुरम्बालाकोत्ता, फॅन्टम रॉक, 900 कंडी इको पार्क का ग्लास ब्रिज, थोल्पेट्टी फॉरेस्ट सुपारी, मड्डीबूट्स ज़िपलाइन, तथा वेल्लारिमाला ज़िपलाइन आदि वायनाड के प्रमख स्थान हैं|
लोकेशन- केरल
4. डलहौजी
ब्रिटिश गवर्नर जनरल लॉर्ड डलहौजी के नाम पर रखे जाने वाले तथा प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर डलहौजी को अप्रैल में घूमने की जगह में रखना बेस्ट है क्योंकि अप्रैल में यहाँ का सुहाना मौसम इस स्थान को और खुशनुमा बना देता है जहां पर चीड़, देवदार के वृक्ष इसकी खूबसूरती को चार चाँद लगाते हैं| अपनी अद्भुत वास्तुकला, हरे-भरे परिदृश्य तथा बर्फ से ढकी धौलाधार पर्वत शृंखला के लिए प्रसिद्ध डलहौजी रोमांच पसंद लोगों के लिए कई साहसिक गतिविधियां भी संजोये हुए है|
बात हो रोमांस के लिए हनीमून कपल की, या बात हो बच्चों के मनोरंजन की, डलहौजी अपनी आकर्षक छवि से सभी के लिए दिल खोलकर खजाने भरे हुए है बस आपको उस खजाने में से अपने लिए उपयुक्त मोती को तलाशना है क्योंकि बिना तराशे कायनात की इस हसीन रचना को निहार पाना असंभव है|
डलहौजी जिसको हिमांचल प्रदेश का स्वर्ग कहना गलत नहीं होगा जहां पर गर्मियों में ठंडी हवाएं है जो इन वादियों में कहाँ ले जाए इसका अंदाजा भी नहीं और दूसरी तरफ सर्दियों में बर्फ से ढकी हुई चोटियाँ, तो ऐसी प्राकृतिक संरचना का अनुभव करने के लिए डलहौजी को अप्रैल में घूमने की 10 बेस्ट जगह में शामिल न करना तो पर्यटकों के साथ अन्याय होगा|
डलहौजी में घूमने की जगह-
डैनकुंड शिखर, सतधारा वॉटरफाल, सेन्ट जॉन चर्च, कालाटोप वन्यजीव अभयारण्य, पंचपुला, खज्जियार, मॉल रोड, चमेरा झील, सेन्ट फ्रांसिस केथोलिक चर्च, चामुंडा देवी मंदिर, गरम सड़क, बीजी पार्क, लक्ष्मी नारायण मंदिर, सच पास तथा सुभाष बावली आदि डलहौजी के प्रमुख स्थान हैं|
लोकेशन- हिमांचल प्रदेश
5. येरकॉड
सलेम जिला के पास स्थित एक हिल स्टेशन येरकॉड जो अभी दुनिया की पहुँच से थोड़ा दूर है, शेवरॉय पर्वतमाला पर स्थित है जिसकी समुद्र तल से ऊंचाई लगभग 1515 मीटर है| कम बजट में किसी पहाड़ी क्षेत्र के खूबसूरत और शांत नजारों को निहारना हो तो येरकॉड बेस्ट विकल्प है जिसे “गरीबों की ऊटी’ की भी संज्ञा दी जाती है| वैसे तो अपने आप में ये छोटा सा हिल स्टेशन है लेकिन इसका हरियाली से भरा हुआ नजरिया काफी बड़ा है जिसको महसूस करने के लिए इसे अपनी अप्रैल में घूमने की जगह की लिस्ट में रखने को एक बार अवश्य सोचें|
रोमांचक गतिविधियों के शौकीन लोगों के साथ यह स्थान अपने अनगिनत प्राकृतिक परिदृश्यों के बीच सेल्फ़ी लवर्स के लिए भी एक वरदान है जो आपको इसकी खूबसूरत छटा को निहारने के लिए एक के बाद एक दृश्य अवश्य दिखाता है| कम बजट और कम समय में घूमने वाला येरकॉड भले ही छोटा है लेकिन फिर भी यहाँ पर बच्चों के मनोरंजन से लेकर कपल के लिए रोमांटिक स्थान तक सभी कुछ है जो इसकी विशालता का परिचय देते हैं|
येरकॉड में घूमने की जगह-
एमराल्ड झील (येरकॉड झील), हिरण पार्क, कावेरी पीक, पगोडा पॉइंट, लेडीज सीट, सेक्रेड हार्ट चर्च, अन्ना पार्क, रोज़ गार्डन, पीकू पार्क, श्री चक्र महामेरु मंदिर, किलियुर वॉटरफाल, शेवरॉय हिल्स, शेवरॉय मंदिर, स्काइ पार्क, 32 किलोमीटर लूप रोड बोटैनिकल गार्डन, टिप्पेररी व्यूपॉइंट तथा ऑर्किडेरियम आदि येरकॉड के प्रमुख पर्यटन स्थल हैं|
लोकेशन- तमिलनाडु
6. दार्जिलिंग
अप्रैल का महीना जो दार्जिलिंग घूमने के लिए बेस्ट कहा जा सकता है क्योंकि इस वक्त खुले आसमान के बीच यहाँ के नजारे इसकी अलौकिक छटा में चार चाँद लगा देते हैं, जब यहाँ से दिखने वाला कंचनजंगा का दृश्य आँखों में एक अनोखी छवि बना देता है| “पहाड़ों की रानी” की संज्ञा पाने वाले दार्जिलिंग की समुद्र तल से ऊंचाई 6700 फीट है और यह हरियाली से भरा हुआ स्थान प्रकृति प्रेमियों के लिए वरदान है जहां के हरे-भरे पहाड़, हिमालय की राजसी चोटी तथा सुकून भरा माहौल खुली आँखों से स्वर्ग देखने जैसा है|
अगर आप इस मौसम में गर्मी से दूर प्रकृति की किसी अद्भुत रचना को निहारने चाहते हैं तो दार्जिलिंग को अप्रैल में घूमने की 10 बेस्ट जगह में जरूर शामिल करें क्योंकि अगर आप एक बार भी यहाँ का मन बना लेंगे तो पूरी कायनात आपको इस स्थान की अनूठी छवि को दिखाने की साजिश में लग जाएगी| ट्रैकिंग से लेकर प्राकृतिक दृश्यों की फोटोग्राफी तक दार्जिलिंग के पिटारे में कई खजाने छिपे हुए हैं जिनको खोजने के लिए आपको दार्जिलिंग को अपनी ट्रिप में शामिल करना होगा|
दार्जिलिंग में घूमने की जगह-
शांति पैगोडा, एवा आर्ट गैलरी, टाइगर हिल, कोकिला झाड़ी, रॉय विला, सेंट एंड्रयू चर्च, बतासिया लूप, भूटिया बस्ती मठ, रॉक गार्डन, टूरिस्ट कॉम्प्लेक्स, घूम मोनेस्ट्री, जमुनी टूरिस्ट कॉम्प्लेक्स, हिमालयन पर्वतारोहण संस्थान, पद्मजा नायडू प्राणि उद्यान, नेओरा वैली नेशनल पार्क, सेंचल झील एवं वन्य जीव अभयारण्य, जापानी मंदिर, हैप्पी वैली टी स्टेट, दार्जिलिंग रणजीत वैली, दाली मठ, तेनजिंग, चौरास्ता मॉल, डाइजीलीनग हिमालयन रेलवे, संताक्फू ट्रैक, तथा लोयड बोटैनिकल गार्डन आदि दार्जिलिंग में घूमने की जगह हैं|
लोकेशन- पश्चिम बंगाल
7. नैनीताल

नैनी झील के किनारे बसा नैनीताल, उत्तराखंड का मशहूर हिल स्टेशन है जो कि भीनी-भीनी हवाओं के चलते मौसम का मिजाज खुशनुमा बनाए रखता है| अप्रैल की गर्मी से राहत दिलाने वाला नैनीताल प्राकृतिक सुंदरता के साथ ही साथ सभी तरह के संसाधनों से भी भरपूर है| रोमांच पसंद लोगों के लिए कई तरह की साहसिक गतिविधियों जैसे हॉटबैलूनिंग, पैराग्लाइडिंग से लेकर आध्यात्मिक लोगों के लिए नैना देवी शक्तिपीठ तक कई स्थान नैनीताल स्वयं में संजोये हुए है|
अपने आप में कई सुंदर झीलों को समेटने वाला नैनीताल, “झीलों के शहर” की संज्ञा से भी सुशोभित है तथा हिमालय पर्वत शृंखला का एक सुसज्जित गहना है जिसकी खूबसूरती सदैव ही पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बनी रहती है जिसे निहारने के लिये इसे अप्रैल में घूमने की 10 बेस्ट जगह में शामिल करना तो बनता है|
नैनीताल में घूमने की जगह-
नैना माता मंदिर, राज भवन, हनुमान गढ़ी, नैनीताल जू, कैंची धाम, इको केव पार्क, स्नो व्यू पॉइंट, नैना पीक, जिम कार्बेट नेशनल पार्क, सातताल झील, टिफिन टॉप, रूफ़टॉप कॉटेजस, श्री भीमेश्वर महादेव मंदिर, तथा नौकुचियाताल आदि नैनीताल के प्रमुख पर्यटन स्थल हैं|
लोकेशन- उत्तराखंड
8. शिलांग

भारत के खूबसूरत हिल स्टेशन’ में से एक शिलांग जिसे ‘स्कॉटलैंड ऑफ द ईस्ट’ के नाम से जाना जाता है मेघालय राज्य की राजधानी है तथा समुद्र तल से लगभग 1525 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है| घुमक्कड़ लोगों के लिए जन्नत बना शिलांग असम की राजधानी गुवाहाटी से 100 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है| शिलांग अपनी हरियाली के बीच यहाँ के झरनों को एक अलग छवि प्रदान करता है| ऐसे अविस्मरणीय दृश्यों से अवगत होने के लिए इसे अप्रैल में घूमने की 10 बेस्ट जगह में जरूर शामिल करें|
सभी ओर से पहाड़ियों से घिरा हुआ शिलांग अपनी इसी बेइंतहा खूबसूरती के कारण उपनिवेशकाल में ब्रिटिश सत्ता की भी पसंद हुआ करता था| ट्रैकिंग और सूर्यास्त के मनोरम दृश्यों को लिए हुए शिलांग शॉपिंग पसंद लोगों के लिए भी खजाने रखे हुए है| बात हो सुबह के नाश्ते में कचोड़ियाँ खाने की या बात हो पुलिस बाजार की सड़कों पर टहल कर शिलांग की संस्कृति को समझने की, शिलांग अपने में ऐसे कई बेहतरीन दृश्य दिखाता है जिसमें इसकी आधुनिकता के साथ ही साथ इसकी प्राचीनता की भी झलक साफ दिखाई देती है|
शिलांग में घूमने की जगह-
शिलांग पीक, एयरफोर्स म्यूजियम, एलीफैन्ट वॉटरफाल, वार्ड्स लेक, डॉन बोस्को म्यूजियम, लेडी हैदर पार्क, पुलिस बाजार तथा कैथेड्रल ऑफ मैरी हेल्प ऑफ क्रिस्चियन चर्च आदि शिलांग के प्रमुख पर्यटन स्थल हैं| इसके नजदीक के कुछ स्थान जैसे उमियम लेक, मावफलॉंग पवित्र वन, चेरापूँजी, लेटलम कैनियन और मौसिनराम भी शिलांग में घूमने की जगह में शामिल करे जा सकते हैं|
9. मुन्नार

इडुक्की जिले की पहाड़ियों पर बसा हुआ भारत के सर्वश्रेष्ठ हिल स्टेशनों की सूची में से एक मुन्नार जिसे ‘दक्षिण भारत का कश्मीर’ भी कहा जाता है, केरल का प्रसिद्ध हिल स्टेशन है जो कि समुद्र तल से 1600 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है| सदाबहार जंगलों, सुहाने मौसम, खूबसूरत झीलों, हरे-भरे चाय की बागानों तथा रोमांचकारी ट्रैक का यह संगम आपको कभी न भूलने वाली यादगार ट्रिप का तोहफा जरूर देगा जिसे आप हँसते-हँसते कबूल करेंगे|
मुन्नार के टॉप स्टेशन से मुन्नार का अलौकिक नजारा, आपकी नजरों में हमेशा के लिए अपनी छवि बना देता है यह समझ लीजिए धरती में कहीं स्वर्ग है तो यहीं है| प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर प्रकृति के इस रत्न को इसकी खूबसूरती से रूबरू होने के लिए आपको अप्रैल में घूमने के स्थान की सूची में अवश्य शामिल करना चाहिए जहां पर प्रकृति प्रेमियों के साथ ही साथ वन्यजीव प्रेमियों के लिए भी उपहार जरूर हैं|
मुन्नार में घूमने की जगह-
ऐराविकुलम नेशनल पार्क, फ्लोरी कल्चर सेंटर, चीयाप्पारा वॉटरफाल, इको पॉइंट, टाटा चाय संग्रहालय, एलीफैन्ट पार्क, मट्टूपेटटी बांध, कुंडला झील, ब्लॉसम हाइडल पार्क, पोथमेडू व्यू पॉइंट, टॉप स्टेशन, अनामुड़ी पीक तथा अट्टूकड़ वॉटरफाल आदि मुन्नार के प्रसिद्ध स्थान हैं|
लोकेशन- केरल
10. औली

भारत का मिनी स्विट्ज़रलैंड कहा जाने वाला औली, समुद्र तल से 2500 मीटर से 3050 मीटर (लगभग) की ऊंचाई पर स्थित उत्तराखंड का हिल स्टेशन है जो देवदार और ओक के पेड़ों से घिरी हुई हरियाली के साथ ही साथ रोमांच से भरपूर सफर समेटे हुए है जहां आकर यहाँ के रोप वे से दिखने वाली,औली की खूबसूरती का बखान शब्दों में नहीं किया जा सकता| औली को औली बुग्याल के रूप में भी जाना जाता है, जिसका अर्थ “घास के मैदान” से है| इसके नाम के अनुसार ही यहाँ के घास के मैदान यहाँ आने वाले पर्यटकों को भी इसकी हरियाली का एहसास कराते हैं|
बात हो यहाँ की आर्टिफिशियल झील के आकर्षण की या फिर बात हो यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता को महसूस करने की, औली का हर स्थान अपने सुहावने मौसम के बीच एक सुखदायक अनुभव जरूर देता है| औली से कामेट, नंदा देवी और दूनागिरी जैसी पर्वत चोटियों का दृश्य, औली की खूबसूरती को दोगुना अवश्य कर देता है| ऐसे अद्भुत दृश्यों का अनुभव करने के लिए औली को अप्रैल में घूमने की 10 बेस्ट जगह में शामिल करना न भूलें|
औली में घूमने की जगह-
चिनाब झील, रुद्रप्रयाग, जोशीमठ, औली आर्टिफिशियल लेक, त्रिशूल शिखर, क्वानी बुग्याल, नंदा देवी, नंदप्रयाग, गोर्सो बुग्याल, माँ देवी धारी मंदिर तथा नरसिम्हा मंदिर आदि औली के प्रमुख स्थान हैं|
हमने हमारे लेख ‘अप्रैल में घूमने की 10 बेस्ट जगह’ में हर उस स्थान का जिक्र करने की कोशिश की है जो आपको अप्रैल के महीने में सुहावने मौसम के साथ प्रकृति की खूबसूरती का अनुभव भी कराएंगे| अगर आपको हमारा लेख पसंद आया हो तो अपने प्रियजनों के साथ साझा करें और हमें कमेन्ट के माध्यम से भी अवश्य बताएं| किसी भी प्रकार की त्रुटि के लिए हम माफी चाहते हैं| इसी तरह ब्लॉग अंत तक पढ़कर हमें इसी तरह आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करें| धन्यवाद!