
जब भी चित्रकूट में घूमने की जगह की बात आती है, तो सबसे पहले एक भजन, मन खुद ही गुनगुनाने लगता है: “चित्रकूट के घाट-घाट पर शबरी देखे बाट, राम मेरे आ जाओ|” चित्रकूट के घाट, जहाँ का नाम सुनते ही प्रत्येक राम भक्त त्रेता युग में स्वयं पहुँच जाता है| चित्रकूट जो कि भक्तों को मंदाकिनी नदी में डुबकी लगवाकर तथा कामदगिरी की पवित्र रज से प्रभु श्रीराम की भक्ति में...