भारत, जहां भिन्न-भिन्न जाति -धर्म के लोग रहते हैं और भारत सभी की धर्म और आस्था का सम्मान करने वाला देश होने के साथ ही अनेकता में एकता का बेमिसाल उदाहरण प्रस्तुत करता है| भारत अपनी संस्कृति के कारण विश्व भर में अपनी अलग छवि बनाए हुए है| किसी की आस्था का केंद्र यहाँ के मंदिर हैं तो किसी के गुरुद्वारे, किसी को मस्जिद में नमाज अदा करनी है तो किसी को चर्च में शीश झुकाना है| कर्म सबका एक ही है लेकिन बस धर्म की आस्था के कारण शीश झुकाने के तरीके अलग-अलग हैं जिसके कारण भारत में कई प्रमुख पवित्र स्थल हैं, जो कि भक्तों की आस्था का केंद्र हैं|
नए साल की शुरुआत हो, या जन्मदिन, त्योहार हों या शादी का मौका, भारत में सभी जश्न की शुरुआत ईश्वर के नाम के साथ ही होती है तो भारत के 10 प्रमुख धार्मिक स्थान के बारे में जानकारी होना जरूरी है| ऐसे जश्न के मौके पर कोई ब्रज की रज को अपने माथे पर लगाना चाहता है तो कोई काशी की पवित्र नगरी में गंगा में डुबकी लगाना चाहता है, किसी को प्रभु राम की नगरी अयोध्या का स्पर्श करना है तो किसी को तिरुपति बाला जी के दर्शन करने हैं|
भारत में भक्तों की आस्था के अनेक केंद्र हैं| बात हो यहाँ के पवित्र शहर सप्त पुरी की, या फिर माता सती को समर्पित 51 शक्तिपीठ की, चार धाम यात्रा की या फिर भोलेनाथ को समर्पित 12 ज्योतिर्लिंगों की, सभी अपने में आध्यात्मिकता के साथ-साथ कुछ न कुछ विशिष्टता समाए हुए हैं| तो आज हम बात करेंगे भारत के 10 प्रमुख धार्मिक स्थान के बारे में जहां जाकर आप भक्ति और शांति का अनोखा संगम अनुभव करेंगे| तो आगे बढ़ते हैं और जानते हैं भारत के 10 प्रमुख धार्मिक स्थान के बारे में विस्तार से|
भारत के 10 प्रमुख धार्मिक स्थान–
1. अयोध्या

सरयू नदी के तट पर बसी अयोध्या को किसी भी प्रकार के परिचय की आवश्यकता नहीं है| इसके लिए इतना ही बहुत है कि यह नगरी प्रभु राम की जन्मभूमि है जो कि भगवान राम की बाल लीलाओं से लेकर उनकी तपस्या तक कई कहानियाँ अपने में समाए हुए है|
राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा ने तो अयोध्या में चार चाँद लगा दिए हैं| अगर आप भी किसी धार्मिक स्थल की खोज में हैं, तो भगवान राम के दर्शन हेतु अयोध्या आपके लिए बेहतरीन विकल्प है क्योंकि कहा गया है, “जा पर कृपा राम की होई, ता पर कृपा करहीं सब कोई”, तो प्रभु श्रीराम की कृपा प्राप्त करने के लिए अयोध्या को भारत के 10 प्रमुख धार्मिक स्थान में शामिल करना न भूलें|
अयोध्या में घूमने की जगह-
राम मंदिर, दशरथ महल, हनुमान गढ़ी, कनक भवन, गुप्तार घाट, राम कथा संग्रहालय, सूरज कुंड, राम की पैड़ी तथा सरयू घाट आरती आदि अयोध्या के प्रमुख स्थल हैं जहां जाकर आप प्रभु राम की बाल लीलाओं के अनुभव के साथ ही साथ राम दरबार के अद्भुत दर्शन भी कर पाएंगे|
लोकेशन- उत्तर प्रदेश|
2. वाराणसी

गंगा नदी के तट पर बसा हुआ हिन्दू धर्म का पवित्र स्थल, वाराणसी जिसे बनारस के नाम से भी जाना जाता है, भोलेनाथ की नगरी है जहां के प्राचीन मंदिर और घाट, बनारस की धरोहर और संस्कृति की छवि को दर्शाते हैं| मोक्ष की प्राप्ति के लिए जाना जाने वाला बनारस, वास्तुकला और शिल्पकला के भी अद्भुत उदाहरण संजोये हुए है|
बनारस का पान हो या यहाँ के त्योहार, दोनों ही अपनी कुशलता के कारण दुनिया भर में मशहूर हैं| यहाँ पर स्थित श्री काशी विश्वनाथ मंदिर, भोलेनाथ के भक्तों की आस्था का केंद्र होने के साथ ही साथ 12 ज्योतिर्लिगों में से एक भी है जिसके कारण इसे भारत के 10 प्रमुख धार्मिक स्थान की सूची में रखना महत्वपूर्ण है|
वाराणसी में घूमने की जगह-
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर, दशाश्वमेध घाट, संकटमोचन हनुमान मंदिर, नमो घाट, सारनाथ, अस्सी घाट, तुलसी मानस मंदिर, गोपाल मंदिर, दुर्गा मंदिर, कालभैरव मंदिर, विश्वनाथ मंदिर (बी.एच.यू ), माँ अन्नपूर्णा मंदिर, भारत माता मंदिर, संकठा मंदिर, विशालाक्षी मंदिर, मृत्युंजय मंदिर, भारत कला भवन, मूलगंध कुटी विहार, तथा मणिकर्णिका घाट आदि बनारस के प्रमुख स्थान हैं|
लोकेशन- उत्तर प्रदेश
3. सोमनाथ

12 ज्योतिर्लिंगों में से प्रथम सोमनाथ ज्योतिर्लिंग, गुजरात में हिरण, कपिला तथा सरस्वती नदियों के संगम पर स्थित है जहां पर अरब सागर की लहरें भी इसके तट को स्पर्श करके भगवान शिव का आशीर्वाद लेती हैं|
शिव पुराण में भगवान शिव ने कहा है: “मैं सदैव सभी जगह पर मौजूद हूँ लेकिन विशेष रूप से 12 रूपों और स्थानों में ज्योतिर्लिंगों के रूप में”, ऐसे असीम अनुकम्पा वाले स्थान को भारत के 10 प्रमुख धार्मिक स्थान में न रखना, भक्तों के साथ अन्याय होगा| ऐसी भी मान्यता है कि सोमनाथ मंदिर का निर्माण सबसे पहले चंद्र देव ने सोने से कराया था, जिसे रावण ने चांदी से तथा भगवान श्री कृष्ण ने चंदन की लकड़ी से स्वयं बनवाया था|
भारत का एक और पवित्र स्थान, देवभूमि द्वारका भी गुजरात में है जहां का द्वारकाधीश मंदिर भक्तों की आस्था का प्रतीक है तथा इसी मंदिर के कारण इस पवित्र स्थान को द्वारका के नाम से जाना जाता है| मान्यता है कि द्वारकाधीश मंदिर की स्थापना 2500 वर्ष पहले भगवान कृष्ण के परपोते वज्रनाभ ने की थी| ऐसा भी कहा जाता है कि देवभूमि द्वारका छह बार समुद्र में डूबी थी तथा वर्तमान द्वारका का यह सातवाँ अवतार है|

हमने गुजरात के दोनों पवित्र स्थानों को अलग-अलग न लिखकर एक ही जगह लिखा है जिससे आपको लेख ‘भारत के 10 प्रमुख धार्मिक स्थान’ में ज्यादा से ज्यादा धार्मिक स्थानों से अवगत करा सकें|
सोमनाथ तथा द्वारका में घूमने की जगह-
सोमनाथ ज्योतिर्लिंग, द्वारका (बेट द्वारका, द्वारिकधीश मंदिर, नागेश्वर मंदिर, द्वारका बीच, गोपी तलाव, रुक्मिणी देवी मंदिर, लाइट हाउस तथा गोमती घाट) आदि सोमनाथ तथा द्वारका के प्रमुख स्थान हैं|
लोकेशन- गुजरात
4. मथुरा

भगवान कृष्ण की बाल लीलाओं का केंद्र मथुरा, यमुना नदी के किनारे बसा है तथा भारत की सप्त पुरियों में से एक धार्मिक स्थल है जो कि कृष्ण भक्तों के लिए स्वर्ग के समान है जहां पर वह पावन स्थान भी है जहां हमारे प्रभु कृष्ण का जन्म हुआ था|
मथुरा जिले के अंदर ही श्री कृष्ण की अनेकों कहानियाँ समेटे हुए अन्य महत्वपूर्ण स्थान गोकुल, गोवर्धन, बरसाना तथा वृंदावन भी हैं जो स्वयं आपको द्वापर युग में ले जाएंगे जहां की गलियों में घूमकर आप कृष्ण जी के बचपन से लेकर उनकी रास लीलाओं तक का सुखद अनुभव कर पाएंगे| कृष्ण जी की अद्भुत लीलाओं वाले तथा कृष्णप्रेमियों के लिए वरदान, मथुरा को भारत के 10 प्रमुख धार्मिक स्थान में स्थान देना तो बनता है|
मथुरा में घूमने की जगह-
मथुरा (श्रीकृष्ण जन्मभूमि, कंस किला, श्री द्वारिकाधीश मंदिर, विश्राम घाट, बाबा जय गुरुदेव मंदिर, गवर्नमेंट म्यूजियम, बिरला मंदिर तथा श्री दाऊजी महाराज मंदिर), गोकुल (रमन रेती, 84 खम्बा मंदिर, ब्रह्मांड घाट, चिंताहरण महादेव मंदिर), वृंदावन (निधिवन, बांकेबिहारी जी का मंदिर, श्री राधावल्लभ जी का मंदिर, मीराबाई मंदिर, रंगनाथ मंदिर, राधारमण मंदिर, श्री गोपीश्वर महादेव मंदिर, मदनमोहन मंदिर, गोविंददेव मंदिर, प्रेम मंदिर, इस्कॉन मंदिर, केशी घाट, वंशी वट, माँ वैष्णोदेवी धाम, भांडीर वन, टटिया स्थान), गोवर्धन (दान घाटी मंदिर, कुसुम सरोवर, मानसी गंगा, पूंछरी का लोठा, जातिपुरा मुखारविंदु तथा राधा कुंड) तथा बरसाना (श्री लाडलीजी महाराज मंदिर, रंगीली महल, विलास गढ़, दान गढ़, कीर्ति मंदिर, गह्वर वन तथा मान मंदिर आदि प्रमुख स्थान हैं|
लोकेशन- उत्तर प्रदेश
5. कामाख्या मंदिर

भारत के 10 प्रमुख धार्मिक स्थान में से एक माँ कामाख्या मंदिर, 51 शक्तिपीठों में से एक है तथा गुवाहाटी में नीलांचल पहाड़ी पर स्थित है जहां के बारे में मान्यता है कि यहाँ पर 3 बार दर्शन कर लेने से संसार के बंधनों से मुक्ति मिल जाती है|
विष्णु जी द्वारा अपने सुदर्शन चक्र से माता सती के शरीर के टुकड़े करने पर माता की योनि यहाँ पर गिरी थी जो यहाँ पर पिंड रूप में पूजी जाती है जिसके दर्शन हेतु देश-विदेश से भक्तों का भारी हुजूम यहाँ आता है| कामाख्या मंदिर, तंत्र विद्या और अनोखी शक्तियों का केंद्र है जो कि अपने आप में कई रहस्य समेटे है, ऐसे पवित्र स्थान की व्याख्या कुछ शब्दों में बयान करना मुश्किल है| कामाख्या मंदिर के बारे में अधिक जानकारी के लिए हमारे दूसरे लेख “माँ कामाख्या शक्तिपीठ” को भी पढ़ें|
गुवाहाटी में घूमने की जगह-
माँ कामाख्या मंदिर, असम स्टेट जू कम बोटोनिकल गार्डन, श्रीमंत शंकरदेव कलाक्षेत्र, पूर्व तिरुपति श्री बालाजी मंदिर,असम स्टेट म्यूजियम, श्री उमानंद टेम्पल, नेहरू पार्क, इस्कॉन टेम्पल, फैन्सी टेम्पल, भुवनेश्वरी मंदिर|
लोकेशन- असम
6. वैष्णो देवी मंदिर

माता के दरबार की बात हो और माता का जयकारा न लगे, ऐसा कैसे हो सकता है? तो बोलिए जय माता दी और चलिए आगे बढ़ते हैं भारत के 10 प्रमुख धार्मिक स्थान में से एक त्रिकूट पर्वत पर स्थित वैष्णो देवी के दरबार में जहां माँ के तीन रूप महालक्ष्मी, महाकाली तथा महासरस्वती के दर्शन के लिए साल भर भक्तों का हुजूम लगा रहता है|
माता के दर्शन के बाद मान्यता है कि भैरों जी के भी दर्शन करने चाहिए क्योंकि बिना भैरों जी के दर्शन के माता के दर्शन अधूरे माने जाते हैं| माता के भवन से भैरों घाटी की दूरी 3.5 किलोमीटर (लगभग) है| ऐसे दिव्य स्थान के अद्भुत अनुभव के लिए आपको वैष्णो देवी मंदिर को धार्मिक स्थान की सूची में जरूर ही शामिल करना चाहिए| वैष्णो देवी मंदिर की विस्तार पूर्वक जानकारी प्राप्त करने के लिए हमारा लेख वैष्णो देवी यात्रा भी पढ़ सकते हैं|
जम्मू में घूमने की जगह-
रघुनाथ मंदिर, वैष्णो देवी मंदिर, बाग-ए-बहु, श्री रणवीरेश्वर टेम्पल, शिव खोरी, मुबारक मंडी हेरिटेज कॉम्प्लेक्स, डोगरा आर्ट म्यूजियम|
लोकेशन- जम्मू और कश्मीर
7. जगन्नाथ मंदिर

भगवान जगन्नाथ जिनके नाम का अर्थ है जो जगत के नाथ हैं जिनके महिमा के बारे में शास्त्रों में बताया गया है| भारत के पवित्र तीर्थस्थलों में से एक पुरी स्थित जगन्नाथ मंदिर बंगाल की खाड़ी पर स्थित है तथा भक्तों की आस्था का केंद्र है जहां दूर-दूर से लाखों की संख्या में भक्त, भगवान जगन्नाथ के दर्शन के लिए आते हैं, जहां पर भगवान जगन्नाथ, भगवान बलभद्र, देवी सुभद्रा तथा चक्र सुदर्शन के चार दारू रूपों में सर्वोच्च भगवान का आह्वान होता है और कई तरीकों से पूजा भी की जाती है|
‘स्कन्द पुराण’ में धार्मिक ‘श्री पुरुषोत्तम क्षेत्र’ को विष्णु जी का निवास स्थान माना जाता है तथा यहाँ के पवित्र विग्रह स्वयंभू ब्रम्हा द्वारा स्थापित किए गए थे| भारत के चार धामों में से एक पुरी जैसे दिव्य स्थान को ‘भारत के 10 प्रमुख धार्मिक स्थान’ की सूची में न रखा जाए यह तो असंभव है|
पुरी में घूमने की जगह-
जगन्नाथ मंदिर, गोल्डन बीच, कोणार्क, चिल्का झील, काकटपुर, बेलेश्वर, बलिहारचंडी, विश्वनाथ हिल आदि प्रमुख स्थान हैं|
लोकेशन- उड़ीसा
8. स्वर्ण मंदिर

सिखों की विशिष्ट पहचान, विरासत तथा गौरव का प्रतिनिधित्व करने वाला गोल्डन टेम्पल (स्वर्ण मंदिर), श्री दरबार साहिब के दर्शन के लिए भक्तों की अरदास का प्रतीक होने के साथ ही साथ अपनी सुंदरता के कारण देश-विदेश में पर्यटन की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है| इस मंदिर का व्याख्यान करते हुए मेरे मन में दो लाइन जरूर गुनगुनाने लगी हैं कि “मजहब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना” इसी भावना से ओत-प्रोत स्वर्ण मंदिर मानवता और भाईचारे की अद्भुत मिसाल है जहां पर कोई भी चाहे वह किसी भी धर्म या नस्ल का हो, बिना किसी बाधा के धार्मिक तृप्ति और शांति का सुखद अनुभव कर सकता है|
अमृतसर में घूमने की जगह-
स्वर्ण मंदिर, गोबिंदगढ़ किला, विभाजन संग्रहालय, पुल कंजरी, बाघा बॉर्डर, जलियाँवाला बाग, दुर्गीयांना मंदिर, खालसा कॉलेज, युद्ध स्मारक, सरदार शाम सिंह अटारीवाला तथा महाराज रणजीत सिंह संग्रहालय आदि अमृतसर के प्रमुख स्थान हैं|
लोकेशन- पंजाब
9. तिरुपति वेंकटेश्वर मंदिर
भारत के प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में से एक तिरुपति मंदिर, आंध्र प्रदेश के तिरुपति जिले में तिरुमाला की पहाड़ियों (सात पहाड़ियाँ) पर स्थित है जो कि भगवान विष्णु के अवतार वेंकटेश्वर जी को समर्पित है| ऐसा कहा जाता है की भगवान वेंकटेश्वर, मानवता को कलियुग की कठिनाइयों से बचाने के लिए स्वयं पृथ्वी पर अवतरित हुए थे, इसी कारण इस क्षेत्र को ‘कलियुग बैकुंठम’ के नाम से भी जाना जाता है|
तिरुमाला मंदिर का निर्माण थोंडमन राजा द्वारा कराया गया था तथा बाद में चोल, पाण्ड्य और विजयनगर ने समय-समय पर इसमें सुधार भी कराया गया| दुनिया के धनी तीर्थस्थलों में से एक तिरुमाला को भारत के 10 प्रमुख धार्मिक स्थान की सूची में न रखना, भक्तों की आस्था के प्रति नाइंसाफी होगी|
तिरुपति में घूमने की जगह-
वेंकटेश्वर मंदिर, वकुला मठ मंदिर, पुलिकट झील, कैलासा कोना वॉटरफाल, गोविन्दराजस्वामी मंदिर, मुककोटी अगसत्येश्वर मंदिर, श्री प्रसन्ना वेंकटेश्वर मंदिर, तालाकोना झरना, श्री कपिलेश्वर स्वामी मंदिर, श्री कालहस्ती मंदिर, गुडीमल्लम मंदिर, श्री पद्मावती अम्मावरी मंदिर, कल्याण वेंकटेश्वर मंदिर,श्री वेदनारायण स्वामी मंदिर, मामादुरु वन, पल्लीकोंडेश्वर मंदिर, चेंगलम्मा मंदिर, कोंडडारामेश्वर स्वामी मंदिर, नेलापट्टू, कल्याणी बांध, क्षेत्रीय विज्ञान केंद्र, सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र, श्री वेंकटेश्वर प्राणी उद्यान तथा सदाशिव कोना आदि प्रमुख तिरुपति में घूमने की जगह हैं|
लोकेशन- आंध्र प्रदेश
10. रामेश्वरम
मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम का पवित्र निवास स्थान होने के कारण ही रामेश्वरम को सर्वश्रेष्ठ तीर्थ स्थलों में से एक माना जाता है जहां पर आने वाले प्रत्येक भक्त को भगवान राम के आशीर्वाद से मोक्ष की प्राप्ति होती है और इसकी पवित्रता का उल्लेख महाकाव्य ‘रामायण’ में भी किया गया है| कहा जाता है कि 14 वर्ष के वनवास के बाद प्रभु राम यहाँ आए थे| तमिलनाडु के रामनाथपुरम जिले में स्थित रामेश्वरम, हिन्दू धर्म के चार धाम में से भी एक है| मान्यता है कि भगवान राम ने स्वयं यहाँ पर भगवान शिव की पूजा की थी इसीलिए इस स्थान को शैव और वैष्णव दोनों धर्म के लोग पूजते हैं|
रामेश्वरम में घूमने की जगह-
रामनाथस्वामी मंदिर, पंबन ब्रिज, अग्नि तीर्थम, डॉ, एपीजे अब्दुल कलाम स्मारक, धनुषकोडी, थिरुप्पुल्लानी, थिरु उथिराकोसमंगई, एरवाडी दरहा तथा देविपट्टिनम प्रमुख पर्यटन स्थल हैं|
लोकेशन- तमिलनाडु
अन्य धार्मिक स्थान-
वैसे तो हमारे भारत के 10 प्रमुख धार्मिक स्थल की जानकारी के हिसाब से हमने 10 दिव्य स्थानों का जिक्र कर दिया है लेकिन फिर भी अभी कई ऐसे स्थान हैं जो इस सूची में नहीं आ पाए हैं जिनमें से एक सबसे महत्वपूर्ण देवभूमि उत्तराखंड है जिसको इस सूची में न शामिल करके भी इसकी संक्षिप्त जानकारी दिए बिना मन नहीं माना|
उत्तराखंड

उत्तराखंड, हिमालय पर्वत शृंखलाओं की तलहटी में स्थित एक पहाड़ी राज्य है जिसकी पूर्व में नेपाल तथा उत्तर में चीन के साथ अंतर्राष्ट्रीय सीमायें हैं| अपने आप में प्राकृतिक खूबसूरती को समेटने के साथ ही साथ यहाँ की धार्मिकता के विषय का ज्ञान किसी से छुपा नहीं है| यहाँ पर ही हरिद्वार और ऋषिकेश जैसे धमिक स्थल हैं तथा चार धाम बद्रीनाथ, केदारनाथ, यमुनोत्री तथा गंगोत्री इस देवभूमि का अभिन्न अंग हैं जिसके दर्शन हेतु दूर-दूर से श्रद्धालु यहाँ पर आते हैं|
अन्य जरूरी स्थान-
मीनाक्षी मंदिर, वरकला स्थित शिवगिरी मंदिर, शिरडी साई बाबा मंदिर, मुंबई स्थित सिद्धिविनायक मंदिर, वायनाड स्थित थिरुनेल्ली मंदिर, तंजावर स्थित बृहदेश्वर मंदिर, उज्जैन स्थित महाकालेश्वर मंदिर, नासिक में स्थित त्र्यंबकेश्वर मंदिर, राजस्थान में स्थित खाटू श्याम मंदिर तथा सालासर हनुमान मंदिर आदि प्रमुख धार्मिक स्थान हैं लेकिन इसके अलावा भी कई पवित्र स्थान हैं जिनका जिक्र करना रह गया है क्योंकि भारत विविधता का देश है जहां के पूरे स्थान को एक ही लेख में समेट देना संभव नहीं है| हमारा लेख ‘भारत के 10 प्रमुख धार्मिक स्थान’ पसंद आया हो तो अपने प्रियजनों के साथ अवश्य साझा करें| धन्यवाद|
-दीक्षा दीक्षित