राजस्थान राज्य का अनोखा स्थान जिसका राजस्थान की तपती गर्मी से दूर-दूर तक कोई रिश्ता नहीं है और जिसको देख के कोई कह ही नहीं सकता कि यह सूखे राज्य अर्थात् राजस्थान का एक शहर है|
यूं तो माउंट आबू राजस्थान का एक अटूट अंग है जिसके कारण यहाँ की संस्कृति की छवि तो माउंट आबू में दिखाई देती है लेकिन मौसम की बदली हुई करवटें माउंट आबू को साल के हर महीने में पर्यटकों हेतु आकर्षण का केंद्र बनाए रहती हैं| माउंट आबू की खूबसूरती देख के यकीन नहीं होता कि यह ख्वाब है या फिर हकीकत? तो ऐसी खूबसूरती का मुआयना करने के लिए माउंट आबू में घूमने की जगह के बारे में जानकारी होना तो जरूरी है जहां की प्रकृति के नजदीक की वादियाँ हमें अपनी ओर आने के लिए विवश करती रहती हैं|
आज के इस खूबसूरत सफर में हम देखते हैं कि माउंट आबू की यह हवाएँ हमें कहाँ लेकर जाती हैं? कुछ हमारा रुख नक्की झील की तरफ मोड़ रहीं हैं तो कुछ हमें यहाँ के अलग-अलग पॉइंट से खूबसूरत नजारे दिखाने के लिए उत्सुक हैं|
कुछ हवाओं ने हमें यहाँ पर शांति के अनुभव के लिए ब्रम्हाकुमारी आश्रम का रास्ता दिखाया है तो किसी ने माउंट आबू की वादियों के बीच गुरु दत्तात्रेय मंदिर की सीढ़ियों का मार्गदर्शन कराया है| तो आज देखते हैं हमारे माउंट आबू के इस सफर में हम कहाँ-कहाँ अपना रुख मोड़ रहें हैं? और किन जगहों को अपनी माउंट आबू के पर्यटन स्थल की सूची में शामिल कर पाते हैं?
Table of Contents
माउंट आबू में घूमने की जगह : Best Places To Visit In Mount Abu
प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर माउंट आबू समुद्र तल से 1722 मीटर (लगभग) की ऊंचाई पर स्थित है जहां पर अरावली की पहाड़ियां इसकी सुंदरता में चार चाँद अवश्य लगाती हैं| बच्चों से लेकर वरिष्ठ लोगों तक सभी के लिए राजस्थान का यह एकमात्र हिल स्टेशन माउंट आबू छुट्टियाँ बिताने के लिए पसंदीदा स्थान है जिसके बारे में हम आपको इस लेख ‘माउंट आबू में घूमने की जगह’ में उचित जानकारी अवश्य देंगे| तो आगे बढ़ते हैं और जानते हैं अपने इस खूबसूरत सफर का आनंद दोगुना करने के लिए माउंट आबू में घूमने की जगह के बारे में विस्तार से|
माउंट आबू में घूमने की जगह को कैसे करें प्लान?

राजस्थान के एकमात्र हिल स्टेशन माउंट आबू तक पहुँचने के लिए आप यहाँ स्थित आबू रोड रेलवे स्टेशन तक आ सकते हैं जो कि मुख्य शहर से लगभग 27 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है| यह स्टेशन प्रमुख शहरों जैसे जयपुर, अहमदाबाद, दिल्ली तथा मुंबई आदि से रेल माध्यम से भली-भांति जुड़ा हुआ है| यहाँ पर कोई भी एयरपोर्ट की सुविधा नहीं है|
आप माउंट आबू के साथ में ही राजस्थान के अन्य पर्यटक स्थलों को भी अपनी सूची में रख सकते हैं| राजस्थान से जुड़ी हुई अन्य किसी जानकारी के लिए आप हमारा लेख ‘राजस्थान में घूमने की जगह’ भी देख सकते हैं|
माउंट आबू में घूमने की जगह को कब करें प्लान?
वैसे तो माउंट आबू अपनी सुंदरता से साल भर पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बना रहता है लेकिन अगर माउंट आबू के पर्यटक स्थल देखने के लिए बेस्ट टाइम की बात करें तो अक्टूबर से मार्च का समय यहाँ आने के लिए सबसे अच्छा है क्योंकि इस समय मौसम आपकी यात्रा को और भी यादगार बनाने में आपका साथ निभाएगा|
माउंट आबू में घूमने की जगह-
नक्की झील

चारों ओर से पहाड़ियों से घिरी हुई नक्की झील जिसकी खूबसूरती को बयान करने के लिए आज शब्दों की कमी महसूस हो रही है क्योंकि हीरे की खूबसूरती को बिना निहारे तारीफ करना उसकी तौहीन करने जैसा लगता है| नक्की झील भी माउंट आबू का वो हीरा है जिसकी खूबसूरती को निहारे बिना माउंट आबू का यह सफर अधूरा है| यहाँ पर आप बोटिंग का भी आनंद ले सकते हैं और इसकी सुंदरता को और भी करीब से महसूस कर सकते हैं|
बच्चों, बड़ों तथा कपल्स सभी के लिए यह स्थान पसंदीदा है जहां पर जाते ही लोगों के कैमरे और सेल्फ़ी के लिए फोन तुरंत दिख जाते हैं| मानव निर्मित यह झील फोटोग्राफर्स और प्रकृति प्रेमियों के लिए हरि-भरी वादियों के बीच शानदार नजारे प्रस्तुत करती रहती है जिनको देखते ही लोगों के चेहरे खिल जाते हैं| यहाँ पर पास में ही मार्केट भी है जहां पर खाने पीने की छोटी-बड़ी दुकानों से लेकर खरीदारी के शौकीन लोगों के लिए कुछ न कुछ खास है| माउंट आबू के इस सफर को यादगार बनाने के लिए नक्की झील को माउंट आबू में घूमने की जगह में अवश्य शामिल करें|
टोड रॉक

नक्की झील के पास में ही स्थित यह स्थान जहां के सुंदर नजारों को देखने के लिए आपको कुछ सीढ़ियाँ चढ़ने पड़ेंगी लेकिन जब यह सीढ़ियाँ चढ़ने के बाद हम हमारे डेस्टिनेशन पर पहुंचते हैं तो सामने दिखने वाला नजारा और कभी न भूलने वाली मनोहर छवि को मन में अवश्य बसा देता है| यहाँ पर प्राकृतिक रूप से मेंढक के रूप में चट्टान बनी हुई है जहां पर फ़ोटोज़ लेने वालों की कोई कमी नहीं है|
लुभावने परिदृश्यों के बीच यह स्थान जहां से नक्की झील तथा उसके आस-पास का सुरम्य वातावरण आँखों में चमक ला देता है, हमेशा से ही माउंट आबू आने वाले पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना रहता है| प्राकृतिक सुंदरता से परिपूर्ण इस स्थान को माउंट आबू के पर्यटन स्थल की सूची में शामिल करना हरगिज न भूलें|
श्री रघुनाथ मंदिर

इस मंदिर का जिक्र हुआ है तो इसके नाम से एक भजन की चंद पंक्तियाँ जरूर मन में गुनगुनाने लगी हूँ| “हमारे साथ श्री रघुनाथ तो किस बात की चिंता|” तो जिनके साथ से चिंता की बात नहीं है तो उनके दर्शन करना तो बनता है| शांति और सुंदरता का परिचय कराता हुआ यह मंदिर माउंट आबू के शोर से दूर है और नक्की झील के पास में ही स्थित है|
अद्भुत वास्तुकला वाले इस मंदिर में भगवान रघुनाथ जी के दर्शन कर आप इस प्राचीन मंदिर में एक अलग शांति और आध्यात्मिकता का अनुभव कर पाएंगे| इस अलौकिक स्थान को अपने माउंट आबू के पर्यटन स्थल की सूची में शामिल कर प्रभु का आशीर्वाद अवश्य प्राप्त करें|
अचलेश्वर महादेव मंदिर
शांति और आध्यात्मिकता से भली-भांति परिचय कराने वाला महादेव को समर्पित यह मंदिर सकारात्मक ऊर्जा का अनुभव कराता है जहां पर शिव जी के अंगूठे की पूजा की जाती है| माउंट आबू आए हैं तो इस प्राचीन मंदिर को माउंट आबू में घूमने की जगह में शामिल कर यहाँ की दिव्य शक्ति का अनुभव अवश्य करें|
सुंदर नक्काशीदार काम वाला यह मंदिर अपने वातावरण और भगवान शिव के वाहक नंदी की बैल मूर्तियों के लिए भी प्रसिद्ध है और माउंट आबू आने वाले पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना रहता है|
अचलगढ़ किला
माउंट आबू के प्रसिद्ध आकर्षणों में से एक अचलगढ़ किला जो कि अचलेश्वर महादेव मंदिर के पास में ही स्थित है| माउंट आबू शहर से लगभग 26 किलोमीटर की दूरी पर स्थित अचलगढ़ किला जिसका निर्माण मूल रूप से परमार वंश द्वारा कराया गया था लेकिन 1452 ई. में इसका जीर्णोद्धार महाराणा कुंभा के द्वारा कराया गया जिसके बाद इसका नाम अचलगढ़ रखा गया|
गुरु शिखर

ऊपर गुरु शिखर का दृश्य CANVA AI के माध्यम से दिखाया गया है, आप भी इस प्रकार की AI IMAGE के लिए CANVA प्लेटफॉर्म का उपयोग कर सकते हैं|
गुरु शिखर अरावली की पहाड़ियों का सबसे ऊंचा शिखर है जो कि माउंट आबू के मनोहर दृश्यों के बीच प्रकृति की अद्भुत छटा को निहारने का पर्यटकों को मौका देता है| गुरु शिखर के रास्ते में गुरु दत्तात्रेय मंदिर भी है जो कि भगवान विष्णु को समर्पित है| गुरु शिखर की ओर बढ़ने पर रास्ते में मिलने वाले नजारे आपको रुक कर इसकी अद्भुत वादियों को निहारने को लगातार विवश करते रहते हैं|
गुरु शिखर से अरावली पहाड़ियों का दिखने वाला नजारा मन को एक सुकून देता है| अद्भुत और अविस्मरणीय यादों को सँजोने के लिए इस स्थान को माउंट आबू में घूमने की जगह में शामिल कर अपने सफर को और भी खुशनुमा अवश्य बनाएं|
श्री सोमनाथ महादेव मंदिर
माउंट आबू के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक श्री सोमनाथ महादेव मंदिर जहां पर आपको शिव परिवार के दर्शन मिलते हैं| मंदिर की वास्तुकला और आध्यात्मिकता से परिपूर्ण वातावरण आपको एक सुखद अनुभव देता है| मंदिर के पास में ही एक तालाब भी है जहां आप मछलियों को आहार भी दे सकते हैं जिसका अपना अलग ही एहसास है जिसको शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता|
प्रकृति की कारीगरी को तराशता हुआ यह मंदिर फोटोग्राफी पसंद लोगों के लिए अपने दिव्य वातावरण में फोटो खींचने के कई मौके देता है| बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी को सुखद अनुभव देने वाले इस स्थान को माउंट आबू के पर्यटन स्थल की सूची में शामिल कर अपनी यात्रा को यादगार बनाएं|
हनीमून पॉइंट

हनीमून पॉइंट है तो मौसम का मिजाज तो खुशनुमा होना बनता है तो ऐसे खुशनुमा मौसम के बीच इन खूबसूरत वादियों में अपने पार्टनर के साथ कुछ पलों को यहाँ पर बिताएं और फ़ोटोज़ के माध्यम से यादें जरूर संजो कर रखें| यह स्थान आपको इन खूबसूरत पलों को बिताने के लिए प्रकृति के रंगीन नजारे देखने का मौका देता है|
सूर्यास्त का नजारा इस स्थान की खूबसूरती में चार चाँद लगा देता है जब आसमान में दिखते हुए बादल धीरे-धीरे सूरज को छिपा देते हैं और प्रकृति ठंडी हवाओं के हिलोरों से इस स्थान को और भी खुशनुमा बना देती है| फोटोग्राफी पसंद लोगों के लिए यह स्थान नजारे प्रस्तुत करने में कोई कसर नहीं छोड़ता है तो इसे अपनी माउंट आबू यात्रा में शामिल कर अपनी यात्रा को और यादगार अवश्य बनाएं|
यूनिवर्सल पीस हॉल

ब्रम्हाकुमारी आश्रम के रूप में प्रसिद्ध यह स्थान जहां लोग शांति के अनुभव के लिए आते हैं जहां प्रवेश करते ही आपको एक अलग सकारात्मक ऊर्जा का अनुभव होने लगेगा| यहाँ पर देश से ही नहीं अपितु विदेश से भी लोग शांति की चाह में आते हैं|
पीस पार्क
पीस पार्क, अचलगढ़ और गुरुशिखर के बीच में बसा हुआ है जहां पर आप गार्डन देख सकते हैं जिसमें कई प्रकार के फूल और हरियाली पहले ही आँखों को एक सुकून दे देते हैं| यहाँ की हरियाली, आध्यात्मिक अनुभव और शांत वातावरण इस स्थान के नाम को सार्थक करते हैं| प्रकृति की गोद में बसे हुए एकांत के इस स्थान को सभी को एक बार माउंट आबू के पर्यटन स्थल की लिस्ट में जरूर शामिल करना चाहिए|
अर्बुदा देवी मंदिर
देवी के पवित्र शक्तिपीठों में से एक अर्बुदा देवी मंदिर, जिसके नाम पर ही माउंट आबू का नाम रखा गया है| यहाँ पर सीढ़ियों के माध्यम से आप माँ के दरबार तक पहुँच सकते हैं जहां पर माँ अपने भक्तों के दर्शन हेतु गुफा में विराजमान हैं| सीढ़ियाँ चढ़ने पर आप माँ के दरबार के साथ ही साथ आस-पास की पहाड़ियों पर दिखने वाली प्राकृतिक सुंदरता का भी अनुभव कर पाएंगे जो आपकी थकान को इस खूबसूरत दृश्य और माँ के दर्शन से पल में गायब कर देगी|
शूटिंग पॉइंट
बहती हवाओं के बीच बना यह पॉइंट जो कि गुरु शिखर जाने के रास्ते में है, आपको प्रकृति के बीच सुंदर नजारों से रूबरू कराएगा जहां पर आपको मैगी, अनानास और भुट्टा जैसी चीजें भी खाने को मिलेंगी जो इस स्थान की खूबसूरती को निहारने के साथ ही साथ आपकी पेट पूजा में भी मदद करेंगी|
दिन की शुरुआत हो या फिर ढलते सूरज का नजारा यह स्थान आपको अपने नजारों से मोह लेगा| शांति और सुकून से भरा हुआ यह स्थान आपको मनमोहक नजारों के बीच फोटोग्राफी के भी कई मौके देता रहता है| तो किसी रूठे हुए को मनाना हो या कुछ सुकून के पल बिताना हो इस स्थान को अपनी माउंट आबू यात्रा में जरूर शामिल करें|
दिलवाड़ा जैन मंदिर
11वीं और 13वीं शताब्दी के बीच बना दिलवाड़ा जैन मंदिर, माउंट आबू से 2.5 किलोमीटर (लगभग) की दूरी पर स्थित है| शांति और आध्यात्मिकता से ओत-प्रोत यह मंदिर बहुत ही सुंदर नक्कासी के साथ बना हुआ है जहां पर फोन और कैमरा ले जाना मना है| जैन धर्म के अनुयायियों के लिए बना दिलवाड़ा जैन मंदिर स्थापत्य कला के उत्कृष्ट उदाहरणों में से एक है|
सफेद संगमरमर के माध्यम से अपनी सुंदरता को परिभाषित करता हुआ यह मंदिर अपनी दिव्य सुंदरता और आस्था के कारण माउंट आबू आने वाले सभी पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बना रहता है| शांति और सुंदरता की छवि को आँखों में बसाना हो तो इस स्थान को अपनी माउंट आबू यात्रा में जरूर शामिल करें|
शंकर मठ
शिवलिंग के आकार में बना हुआ यह मंदिर अपनी सुंदरता और शांति से आपके मन में हमेशा के लिए अपनी छवि अवश्य बना लेगा| मंदिर परिसर सुंदरता के साथ ही साथ स्वच्छता का भी विशेष ध्यान रखता है| मंदिर के अंदर साढ़े 9 फीट ऊंची शिवलिंग स्थापित है| सुंदरता और शांति के मिश्रण बने इस दिव्य स्थान को अपनी माउंट आबू यात्रा में शामिल कर अपनी यात्रा को और भी सुखद बनाया जा सकता है|
ट्रेवर्स टैंक
वन्य जीव प्रेमियों के लिए पसंदीदा स्थान बना ट्रेवर्स टैंक जहां पर आकर आप विभिन्न जीव-जंतुओं को देख पाएंगे| प्राकृतिक सुंदरता से परिपूर्ण इस स्थान में आप कई प्रकार के पक्षी, मगरमच्छ तथा अन्य वन्य जीवों को देख सकते हैं| यहाँ का हरा-भरा वातावरण और वन्य-जीव इसे हमेशा ही पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बनाए रहते हैं जहां आकर आपको फोटोग्राफी के लिए भी कई मौके अवश्य मिलेंगे|
माउंट आबू वन्यजीव अभयारण्य
प्रकृति प्रेमियों तथा वन्य जीव प्रेमियों का पसंदीदा स्थान बना माउंट आबू वन्यजीव अभयारण्य जहां आपको प्रकृति के सुंदर नजारों के बीच कई वन्यजीव देखने को मिलेंगे| 288 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ यह वन्यजीव अभयारण्य आपको कई वन्यजीव की विदेशी प्रजातियों को करीब से देखने का मौका देता है| यहाँ आप जीप सफारी का भी आनंद ले सकते हैं| अगर आप प्रकृति के साथ-साथ वन्यजीव के बारे में भी जानने के उत्सुक हैं तो इस स्थान को माउंट आबू में घूमने की जगह में जरूर शामिल करें|
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माउंट आबू में घूमने की जगह के साथ ही साथ आप राजस्थान के अन्य स्थलों जैसे जोधपुर, उदयपुर आदि को भी घूम सकते हैं| राजस्थान के बारे में और अधिक जानकारी के लिए आप हमारे राजस्थान यात्रा के लेख भी पढ़ सकते हैं जिसमें आपको राजस्थान से जुड़ी हुई सभी प्रकार की जानकारी आसानी से मिल जाएगी|
माउंट आबू कैसे पहुँचें?
हवाई मार्ग द्वारा- माउंट आबू में कोई भी एयरपोर्ट नहीं है| माउंट आबू का सबसे नजदीकी एयरपोर्ट महाराणा प्रताप एयरपोर्ट उदयपुर में है जिसकी माउंट आबू से दूरी लगभग 177 किलोमीटर है|
रेल मार्ग द्वारा- माउंट आबू में आबू रोड रेलवे स्टेशन स्थित है जो कि प्रमुख शहर से मात्र 27 किलोमीटर (लगभग) की दूरी पर स्थित है| आबू रोड रेलवे स्टेशन देश के प्रमुख शहरों जैसे मुंबई, दिल्ली तथा बैंगलोर आदि से रेल मार्ग द्वारा जुड़ा हुआ है|
सड़क मार्ग द्वारा- माउंट आबू की सड़कें अच्छी हैं तो यहाँ आप अपने साधन से भी आसानी से आ सकते हैं| यहाँ की सड़कें दिल्ली, अजमेर आदि से अच्छी तरह से जुड़ी हुई हैं| आप यहाँ तक प्राइवेट और सरकारी बस के माध्यम से भी आ सकते हैं|
FAQ-
प्रश्न- माउंट आबू यात्रा के लिए बेस्ट टाइम क्या है?
उत्तर- वैसे तो माउंट आबू अपनी सुंदरता से साल भर पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बना रहता है लेकिन अगर माउंट आबू के पर्यटक स्थल देखने के लिए बेस्ट टाइम की बात करें तो अक्टूबर से मार्च का समय यहाँ आने के लिए सबसे अच्छा है|
प्रश्न- माउंट आबू में घूमने की जगह कौन-कौन सी हैं?
उत्तर- नक्की झील, ट्रेवर्स टैंक, शंकर मठ, हनीमून पॉइंट, अर्बुदा देवी मंदिर, दिलवाड़ा जैन मंदिर, शूटिंग पॉइंट, यूनिवर्सल पीस हॉल, पीस पार्क, अचलेश्वर महादेव मंदिर, अचलगढ़ किला, माउंट आबू वन्यजीव अभयारण्य, श्री सोमनाथ महादेव मंदिर, गुरु शिखर, श्री रघुनाथ मंदिर तथा टोड रॉक आदि माउंट आबू के प्रमुख पर्यटन स्थल हैं|
प्रश्न- माउंट आबू से उदयपुर एयरपोर्ट की दूरी कितनी है?
उत्तर- महाराणा प्रताप एयरपोर्ट से माउंट आबू की दूरी लगभग 177 किलोमीटर है जो कि आप बस, ट्रेन या टैक्सी के माध्यम से तय कर सकते हैं|
प्रश्न- माउंट आबू कितनी ऊंचाई पर स्थित है?
उत्तर- अरावली की पहाड़ियों पर बसा हुआ माउंट आबू समुद्र तल से 1722 मीटर (लगभग) की ऊंचाई पर स्थित है|