अगस्त का महीना जब मानसून का समय होता है जिसके कारण किसी ओर भी चले जाएं बस चारों ओर हरियाली ही हरियाली नजर आती है| तो इस खूबसूरती भरे महीने की दस्तक को नजरअंदाज न करते हुए आज हम बात करेंगे अगस्त में घूमने की 10 बेस्ट जगह के बारे में जहां जाकर आप इन अद्भुत नजारों को निहारने के कारण कुदरत का शुक्रिया जरूर अदा करेंगे|
जब इस हरियाली वाली जगहों में पक्षियों के कल-कल करते स्वर मन में एक नई उमंग भर देते हैं| इस सुहाने मौसम के बीच कई हिल स्टेशन बादलों से खुद को ढकने लगते हैं| अगस्त में घूमने की जगह का ख्याल अपने आप में खास है क्योंकि इन सुहाने मौसम के बीच शिव भक्तों पर सावन के महीने के कारण भक्ति भाव का भी रंग चढ़ा होता है| ऐसे में व्यक्ति का मन दुविधा में फंसा रहता है कि प्रकृति की रचनाओं को निहारें या हम भी इस सावन के महीने में शिव की भक्ति में डूब कर झूमें?
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तो आज हम सभी दुविधाओं को सुलझाते हुए आपके लिए अगस्त में घूमने की 10 बेस्ट जगह के बारे में बताएंगे जहां जाकर आप कहीं प्रकृति को करीब से देख पाएंगे तो कहीं शिव जी की भक्ति में चूर हो जाएंगे तो कहीं पर भगवान शिव की भक्ति के साथ ही साथ प्रकृति की अनोखी रचनाओं को बेहद करीब से निहार पाएंगे| तो अब अपने लेख की शुरुआत करते हैं और जानते हैं इस सुहाने मौसम का मजा दोगुना करने के लिए अगस्त में घूमने की जगह के बारे में|
अगस्त में घूमने की 10 बेस्ट जगह : Best Places To Visit In August
1. शिलांग

पूर्वी उप-हिमालय की पहाड़ियों में बसे मेघालय राज्य की राजधानी शिलांग, समुद्र तल से 1525 मीटर की ऊंचाई पर स्थित एक हिल स्टेशन है जिसके बारे में कहा जा सकता है कि इसे कुदरत ने बड़ी ही फुरसत से बनाया है| इसकी छटा को देखकर महसूस होता है कि शिलांग को ईश्वर ने ऊंचे-ऊंचे पठार, गिरते झरने, बारिश, धूप और खूबसूरत शख्सियत वाले इंसानों से स्वयं नवाजा है| प्रकृति की खूबसूरती को चरम पर देखना हो तो शिलांग को अगस्त में घूमने की जगह में शामिल करना हरगिज न भूलें|
‘स्कॉटलैंड ऑफ द ईस्ट’ के नाम से मशहूर शिलांग, अपने सुहाने मौसम और अपार खूबसूरती के कारण ही उपनिवेशकाल में अंग्रेजों की पहली पसंद रहा| पूर्वोंतर भारत के इस अद्भुत शहर को अपनी घूमने की लिस्ट में शामिल करके आप अपने परिवारजनों या दोस्तों के साथ हसीन पलों के साथ ही साथ यहाँ के प्रसिद्ध चर्च में शांति का भी अनुभव कर सकेंगे|
शिलांग में घूमने की जगह-
एयरफोर्स म्यूजियम, वार्ड्स लेक, पुलिस बाजार, लेडी हैदरी पार्क, कैथेड्रल ऑफ मैरी हेल्प ऑफ क्रिस्चियन चर्च, शिलांग पीक, एलीफैन्ट वॉटरफॉल तथा डॉन बोस्को म्यूजियम आदि शिलांग में घूमने की जगह हैं| शिलांग के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी के लिए हमारा अन्य लेख ‘शिलांग में घूमने की जगह’ को पढ़ें|
लोकेशन- मेघालय
2. नैनीताल

उत्तराखंड में बसा हिमालय पर्वत शृंखला का एक चमकदार गहना नैनीताल, समुद्र तल से 2084 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है| झीलों का संग्रह करे हुए नैनीताल जिसके कारण इसे ‘झीलों का जिला’ की भी संज्ञा दी गई है, प्राकृतिक सुंदरता एवं संसाधनों से परिपूर्ण है| शॉपिंग करने वालों के लिए मॉल रोड की छोटी-बड़ी दुकानों से लेकर आध्यात्म को करीब से अनुभव करने के लिए नैना देवी मंदिर तक, नैनीताल अपने पिटारे में बच्चों से लेकर वरिष्ठ लोगों तक कुछ न कुछ अवश्य संजोये हुए है जिसकी झलक पाने के लिए नैनीताल को अगस्त में घूमने की जगह में शामिल करना होगा|
समृद्ध विरासत से परिपूर्ण नैनीताल में हिंदुओं की आबादी सबसे अधिक है जबकि मुस्लिम, सिक्ख, क्रिश्चियन तथा बौद्ध धर्म वाले कम लोग हैं लेकिन यहाँ सभी संप्रदाय के लोग मिल-जुल कर रहते हैं और एक-दूसरे की संस्कृति का सम्मान करते हैं| हस्तशिल्प की कारीगरी से सुशोभित हुआ नैनीताल, अपने हस्त निर्मित कैंडिल, घर पर बने हुए पर्वतीय फलों के जैम, जूस आदि के लिए प्रसिद्ध भी है| कुमाऊंनी परंपरा की अधिकता रखने वाला नैनीताल आधुनिकता के साथ ही साथ प्राचीनता के संगम की अनोखी मिशाल कायम करता है|
नैनीताल में घूमने की जगह-
राज भवन, नैनीताल जू, नैना माता मंदिर, नौकुचियाताल, हनुमान गढ़ी, जिम कार्बेट नेशनल पार्क, इको केव पार्क, कैंची धाम, श्री भीमेश्वर महादेव मंदिर, रूफ़टॉप कॉटेजेस, स्नो व्यू पॉइंट, टिफिन टॉप, सातताल झील तथा नैना पीक आदि नैनीताल के प्रसिद्ध स्थान हैं|
लोकेशन- उत्तराखंड
3. लद्दाख

अपनी विशिष्ट भू-जलवायु, सामाजिक-सांस्कृतिक विशेषताओं से सुसज्जित लद्दाख विश्व भर से आने वाले पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है| लद्दाख को औपचारिक रूप से पर्यटन हेतु 1974 में खोल गया था जबकि उस समय इस क्षेत्र की खूबसूरती का अनुभव करने केवल 527 पर्यटक ही आए थे लेकिन तब से वर्तमान में दिन प्रति दिन लद्दाख में पर्यटकों की संख्या में लगातार वृद्धि ही हो रही है और यह देशी ही नहीं अपितु विदेशी लोगों के पर्यटन का लोकप्रिय स्थान बन गया है|
समुद्र तल से लगभग 6000 मीटर की औसत ऊंचाई पर स्थित लद्दाख में इसकी ऊंचाई के कारण बारिश पूरे वर्ष में नाममात्र 13 दिन होती है जिसके कारण इसे अगस्त में घूमने की 10 बेस्ट जगह में शामिल करना एक अच्छा निर्णय हो सकता है| बौद्ध, मुस्लिम, तिब्बती और हिन्दू से मिल कर बना हुआ अनोखी संस्कृति की छवि को दर्शाता हुआ लद्दाख अपने प्राकृतिक परिदृश्यों के साथ ही साथ बाइकिंग, पर्वतारोहण तथा अन्य कई साहसिक गतिविधियों का केंद्र बना हुआ है|
लद्दाख में घूमने की जगह-
पैंगोंग झील, गुरुद्वारा पाथर साहिब, चादर ट्रैक, लेह पैलेस, डिस्किट मठ, नुब्रा घाटी, हेमिस राष्ट्रीय उद्यान, ग्रेविटी हिल, शांति स्तूप, हेमिस मठ तथा खारदुंगला पास आदि लद्दाख में घूमने के प्रमुख स्थान हैं|
लोकेशन- लेह-लद्दाख (केंद्र शासित प्रदेश)
4. भीमाशंकर

भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग, भारत के प्रमुख 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है और सह्याद्री की पहाड़ियों में महाराष्ट्र राज्य में स्थित है| वास्तुकला में नागर शैली की छवि को दर्शाने वाला भीमाशंकर मंदिर जिसके दर्शन हेतु लाखों की तादाद में श्रद्धालु यहाँ आते हैं, प्राचीन मूर्तिकारों की कौशलता का उत्कृष्ट उदाहरण है| यह मंदिर 13 वीं शताब्दी का है जबकि सभामंडप का निर्माण नाना फड़नवीस द्वारा 18 वीं शताब्दी में करवाया गया था| यहाँ की पूजा अर्चना को सुविधाजनक बनाने के लिए मराठा शासक छत्रपति शिवाजी ने इस मंदिर को दान भी दिया था|
हिंदुओं का परम तीर्थ स्थल भीमाशंकर मंदिर, जो कि भगवान शिव को समर्पित है जहां जाकर आप शांति और आध्यात्मिकता का सुखद आनंद प्राप्त कर सकते हैं| अगर आप मंदिर जाने में किसी प्रकार से असमर्थ हैं तो आप भीमाशंकर मंदिर की ऑफिसियल वेबसाइट पर जाकर रजिस्ट्रेशन के माध्यम से शारीरिक रूप से वहाँ उपस्थित न होकर भी मंदिर की दिव्य अनुभूति का अनुभव कर सकते हैं| रोमांच पसंद लोगों के लिए मानसून के मौसम में भीमाशंकर मंदिर का ट्रिप मंदिर की आध्यात्मिकता के अनुभव के साथ ही साथ मौसम के अलग मिजाज की भी झलक दिखाता है जिसके लिए इसे अगस्त में घूमने की जगह में शामिल करना एक अच्छा विकल्प हो सकता है|
भीमाशंकर मंदिर के पास में घूमने की जगह-
भोरगिरी गाँव, हनुमान झील तथा अहुपे वॉटरफॉल आदि भीमाशंकर मंदिर के पास में घूमने की प्रमुख जगहें हैं|
लोकेशन- महाराष्ट्र
5. ओरछा
बेतवा नदी के तट पर बसा ओरछा, मध्य प्रदेश राज्य का एक ऐतिहासिक शहर है जिसकी स्थापना बुंदेला राजपूत प्रमुख रुद्र प्रताप ने की थी| यहाँ पर बेतवा नदी सात धाराओं में बंट जाती है जिन्हें सतधारा कहा जाता है| अपनी प्राचीनता को बरकरार रखे हुए ओरछा जिसके कई स्मारक अपनी मूल भव्यता को आज भी बनाए हुए हैं जिसके कारण बुंदेला राजवंश के शासकों की संस्कृति और किंवदंतियां वर्तमान समय में भी कायम बनी हुई हैं|
परिवार और मित्रजनों के साथ घूमने के लिए आदर्श स्थान बना ओरछा आध्यात्मिकता के अनुभव के साथ ही साथ आपको रोमांच के भी मौके अवश्य देता है| प्राचीनता की झलक को दिखाने वाला ओरछा जहां का श्री रामराजा मंदिर, श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र बना हुआ है और भगवान राम को समर्पित ऐसा मंदिर है जहां भगवान राम की पूजा राजा के रूप में की जाती है| पक्षी प्रेमियों की बात हो या इतिहास प्रेमियों की ओरछा में सभी के लिए कुछ न कुछ उपहार अवश्य हैं जिन्हें देखने के लिए इसे अगस्त में घूमने की जगह में शामिल करना तो बनता है|
ओरछा में घूमने की जगह-
श्री रामराजा मंदिर, बेतवा नदी, ओरछा किला, छतरियाँ, चतुर्भुज मंदिर, राजा महल, लक्ष्मी नारायण मंदिर, जहांगीर महल तथा ओरछा पक्षी अभयारण्य आदि ओरछा के प्रमुख पर्यटन स्थल हैं|
लोकेशन- मध्य प्रदेश
6. जैसलमेर

राजस्थान का ‘द गोल्डन सिटी’ के नाम से प्रसिद्ध शहर जैसलमेर, पीले बलुआ पत्थर की एक पहाड़ी पर खड़ा है और थार रेगिस्तान के केंद्र में स्थित है| राजस्थान की राजधानी जयपुर से 575 किलोमीटर की दूरी पर स्थित जैसलमेर अपनी सुंदरता और ऐतिहासिक पृष्ठभूमि के कारण हमेशा से ही पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बना रहता है| जैसलमेर के उत्सव, मंदिर, हवेलियाँ, संग्रहालय तथा झील इसकी खूबसूरती में चार चाँद लगाती हैं|
किसी स्थान की प्राचीनता में परंपरा की झलक देखनी हो, तो जैसलमेर को अगस्त में घूमने की जगह में जरूर शामिल करें जहां आपको शुष्क थार रेगिस्तान से घिरा होने के बावजूद भी जैसलमेर आपको अपने में समेट लेगा| बात हो यहाँ के पगड़ी पहने पुरुषों की या बात हो अपनी संस्कृति की स्पष्ट छवि वाली पोशाक पहने महिलाओं की, बात हो यहाँ की बड़ी-बड़ी हवेलियों की या बात हो यहाँ के अद्भुत वास्तुकला के उदाहरणों की, सभी में आपको जैसलमेर की अनोखी झलक अवश्य दिखाई देगी| राजस्थान की संस्कृति से रूबरू होने का दिल करे तो जैसलमेर को अपनी ट्रिप में शामिल करना हरगिज न भूलें|
जैसलमेर में घूमने की जगह-
सोनार का किला (जैसलमेर का किला), गडीसर झील, पटवों की हवेली, व्यास छत्री, बड़ा बाग, भारत-पाक बॉर्डर, लोंगेवाला, सैम सैंड डयून्स, वॉर म्यूजियम तथा तनोट माता मंदिर आदि जैसलमेर के प्रमुख पर्यटन स्थल हैं|
लोकेशन- राजस्थान
7. कश्मीर

कहते हैं न धरती पर कहीं स्वर्ग है तो यहीं है| इस वाक्य को अपनी मनमोहक खूबसूरती से सार्थक करने वाला कश्मीर, हस्तशिल्प की कला से निपुण है और विश्व भर में अपनी खूबसूरती के साथ ही साथ अपनी कलाओं का जादू भी बिखेरे हुए है| प्राकृतिक सुंदरता का आशीर्वाद लिए हुए कश्मीर, जिसकी खूबसूरती यहाँ की वादियों, घाटियों और झीलों में स्पष्ट दिखाई देती है| बात हो कश्मीर में उगने वाले केसर की या फिर बात हो यहाँ के लाल-लाल सेबों की, सभी कश्मीर की गुणवत्ता को बढ़ावा देते हैं|
अकल्पनीय सुंदरता की परिभाषा बताता हुआ कश्मीर, ‘भारत का स्विट्ज़रलैंड’ की संज्ञा से खुद को नवाजे हुए है| कश्मीर की यह सुंदर भूमि हिमालय और पीर पंजाल शृंखला के बीच बसकर अपनी खूबसूरती से चारों ओर सुर्खियां बटोरे हुए है| प्रकृति के सौन्दर्य से भरा हुआ यह स्थान हनीमून कपल की पहली पसंद तो है ही साथ ही साथ शांति प्रिय और प्रकृति प्रेमियों की भी तलाश का अंत है जिसे अगस्त में घूमने की जगह में शामिल करना, प्रकृति की किसी खास संरचना को करीब से निहारने जैसा है|
कश्मीर में घूमने की जगह-
पहलगाम, बेताब वैली, श्रीनगर, गुलमर्ग तथा सोनमर्ग आदि कश्मीर के प्रमुख पर्यटन स्थल हैं|
लोकेशन- जम्मू तथा कश्मीर
8. अथिराप्पल्ली
भारत के केरल राज्य के त्रिशूर जिले में स्थित अथिराप्पल्ली के नाम से मशहूर अथिराप्पल्ली वॉटरफॉल में पानी जब 80 फीट की ऊंचाई से नीचे गिरता है, तब उसको देखने भर से लगता है मानों ज़िंदगी में इतना सुकून मिल जाए फिर और क्या चाहिए? जिंदगी की भागदौड़ से दूर विश्राम स्थल बना अथिराप्पल्ली जहां से ऊपर से गिरने वाले पानी की आवाज कुछ पल के लिए ही सही ज़िंदगी की सारी चिंताओं को भूला देती है जहां पर नीले-नीले आसमान के नीचे इस झरने का सफेद पानी अपनी खूबसूरती से पलकों को झपकने की इजाजत भी नहीं देता है|
प्रकृति प्रेमियों और फोटोग्राफी के प्रेमियों के लिए वरदान बना अथिराप्पल्ली दुनिया भर से पर्यटकों को अपनी खूबसूरती के दीदार के लिए आकर्षित करता रहता है| हरे-भरे जंगलों और मनमोहक परिदृश्यों से भरा यह नजारा आपको स्वयं में खो जाने के मौके देता ही रहता है तो इन मौकों को बिना गवाये फटाफट अथिराप्पल्ली को अपनी अगस्त की ट्रिप में शामिल कर लीजिए और दे दीजिए खुद को भी एक सुनहरा मौका प्रकृति की इस सुंदर कृति को पास से देखने का वरना ऐसा मौका फिर कहाँ मिलेगा?
अथिराप्पल्ली के पास घूमने की जगह-
अनक्कयम, अथिराप्पल्ली वॉटरफॉल, वझाचल वॉटरफॉल, शोलायार बांध, थंबूरमुझी बांध, कोडानाड हाथी प्रशिक्षण केंद्र, सिल्वर स्टॉर्म वॉटर थीम पार्क, चरपा वॉटरफॉल तथा चिम्मिनी वन्यजीव अभयारण्य और बांध आदि अथिराप्पल्ली के आस-पास के प्रमुख पर्यटन स्थल हैं|
लोकेशन- केरल
9. मथुरा

“नंद के आनंद भयो जय कन्हैया लाल की”| मथुरा जो कि भगवान कृष्ण की जन्मभूमि है और हर कन्हैया के दीवाने को जान से भी प्यारी है| भारत की सप्त पुरियों में से एक मथुरा, यमुना नदी के तट पर स्थित एक पवित्र स्थल है जिसको किसी परिचय की आवश्यकता नहीं है जिसका जिक्र स्वयं महाकाव्य रामायण में भी देखने को मिलता है| मथुरा के साथ ही साथ आप यहाँ आकर कृष्ण की लीलाओं का और अधिक आनंद लेने के लिए गोकुल, वृंदावन, गोवर्धन, बरसाना तथा नंदगांव को भी शामिल कर सकते हैं|
बात करें कृष्ण जी से जुड़े हुए त्योहारों की तो श्री कृष्ण जन्माष्टमी, कृष्ण प्रेमियों के लिए सबसे बड़ा उत्सव है जिसको मथुरा में धूमधाम से मनाया जाता है और यह उत्सव भाद्रपद माह में कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है जिसे अंग्रेजी कैलंडर के अनुसार अगस्त के महीने में मनाया जाता है जिसके कारण मथुरा को अगस्त में घूमने की 10 बेस्ट जगह में शामिल न करना, कन्हैया के दीवानों को नाराज कर सकता है और यहाँ तो सभी अपने श्याम के दीवाने है तो इस दीवानेपन को बरकरार रखते हैं और अपनी अगस्त की लिस्ट में मथुरा को शामिल करते हैं|
मथुरा में घूमने की जगह-
श्री कृष्ण जन्मभूमि, श्री द्वारिकाधीश मंदिर, बाबा जय गुरुदेव मंदिर, बिरला मंदिर, गवर्नमेंट म्यूजियम, श्री दाऊजी महाराज मंदिर, विश्राम घाट तथा कंस किला आदि मथुरा के प्रमुख दर्शनीय स्थल हैं|
लोकेशन- उत्तर प्रदेश
10. मालशेज घाट
महाराष्ट्र के कल्याण नगर रोड पर स्थित पर्यटकों की भीड़ से अभी भी दूरी बनाये हिल स्टेशन, मालशेज घाट जो कि मानसून के समय पर्यटकों के बीच काफी लोकप्रिय रहता है जिसके कारण इसे अगस्त में घूमने की जगह में रखना भला कोई कैसे भूल सकता है? बरसात के मौसम में घने शाल से घिरी हुई यह पहाड़ी पर्यटकों को कुछ पलों के लिए सब कुछ भुला देने को विवश करती है| मालशेज घाट के आस-पास की हरियाली और सुरम्य परिदृश्य यहाँ आने वाले सैलानियों को कभी न भूलने वाली यादें जरूर देते हैं|
प्रकृति प्रेमियों और रोमांच प्रेमियों के लिए स्वर्ग बना मालशेज घाट सुकून के लिए भी कुछ पल आपको देता है तो अपने प्राकृतिक परिदृश्यों के बीच रोमांच का अवसर भी प्रदान करता है और इसी के साथ आपसे अविस्मरणीय अनुभव का वादा जरूर करता है, जिसमें आप इस रोमांचक सफर में अपने हमसफ़र का हाथ थाम कर ट्रैकिंग का भी आनंद ले सकते हैं| तो अगर समय की है पाबंदी फिर भी घूमना है किसी प्रकृति का अनुभव कराने वाले स्थान में तो मालशेज घाट को अपनी अगस्त ट्रिप में शामिल करना हरगिज न भूलें|
मालशेज घाट में घूमने की जगह-
अजोबा हिल किला, मालशेज वॉटरफॉल, पिंपलगाँव जोगा बांध, हरिश्चंद्र किला तथा कोंकण किला आदि मालशेज घाट में घूमने की प्रमुख जगहें हैं|
लोकेशन- महाराष्ट्र
नोट- अगस्त का महीना मानसून का होता है जिसके कारण सभी जगह का आनंद लेने के साथ ही साथ अपनी सुरक्षा का भी ध्यान रखें क्योंकि इस समय भारत के सभी स्थानों में लगभग सभी जगह बारिश भारी मात्रा में होती है|
इस प्रकार हम हमारा लेख ‘अगस्त में घूमने की 10 बेस्ट जगह’ यहीं पर समाप्त करते हैं और उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा लेख पसंद आया होगा जिसमें दी गई जानकारी आपके लिए मददगार साबित होगी| अगर यह लेख आपकी या आपके प्रियजनों की कुछ भी मदद कर सकता है तो इसे जितना संभव हो सके साझा अवश्य करें| धन्यवाद|
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